उदयपुर, 24 अगस्त। जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार एवं जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग राजस्थान सरकार के संयुक्त सौजन्य से धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत आदि कर्मयोगी कार्यक्रम की राज्य स्तरीय कार्यशाला 25 अगस्त 2025 से होटल ताज अरावली में प्रारम्भ होगी। चार दिवसीय इस स्टेट प्रोसेस लैब का उद्घाटन सुबह 11 बजे अतिरिक्त मुख्य सचिव, जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग कुंजीलाल मीणा करेंगे।
अतिरिक्त आयुक्त टीएडी एवं टीआरआई निदेशक ओपी जैन ने बताया कि ‘‘आदि कर्मयोगी‘‘ जनजातीय कार्य मंत्रालय का ‘विकसित भारत‘ परिकल्पना को साकार करने में जनजातीय वर्ग की सहभागिता सुनिश्चित करने की दिशा में एक अभिनव पहल है, जिसमें प्रत्येक जनजातीय बहुल गांव में 20 ‘आदि कर्मयोगी‘ के रूप में चयन कर उनसे ‘‘आदि सहयोगी‘‘ एवं ‘‘आदि साथी‘‘ के रूप में कार्य करवाया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार के 8 मास्टर ट्रेनर्स को पुणे स्थित प्रोसेस लैब में एक सप्ताह का प्रशिक्षण 11 से 17 अगस्त 2025 तक दिया गया है।
अब 25 जिलों से चयनित डिस्ट्रिक्ट मास्टर ट्रेनर्स (डीएमटी) का चार दिवसीय उक्त प्रशिक्षण स्टेट प्रोसेस लेब (एसपीएल) उदयपुर में 25 अगस्त से 28 अगस्त 2025 तक दिया जा रहा है। इसमें बीआरएलएफ (भारत रूरल लाइवलीहुड फाउडेशन) एवं स्टेट मास्टर ट्रेनर्स द्वारा लगभग 200 प्रतिभागियों को प्रशिक्षण देकर तैयार किया जाएगा। वे अपने-अपने जिलों में ब्लॉक मार्स्ट्स ट्रेनर्स को तीन दिवसीय प्रशिक्षण देकर आदि सहयोगी व आदि साथी चयनित कर उन्हें प्रशिक्षित कर ‘‘आदि कर्मयोगी एक उत्तरदायी शासन प्रणाली कार्यक्रम‘‘ हेतु तैयार करेंगे। इससे जनजाति समुदाय के लोगों को उनके कल्याण की योजनाओं का लाभ देने हेतु सैच्यूरेट किया जाएगा ताकि कोई भी पात्र परिवार वंचित नहीं रहे।
चार दिवसीय कार्यशाला में अतिरिक्त मुख्य सचिव कुंजीलाल मीणा सहित टीएडी आयुक्त कन्हैया लाल स्वामी, अति. आयुक्त ओ. पी. जैन, नोडल अधिकारी अनुराग भटनागर, बीआरएलएफ इंचार्ज जानकी आदि उपस्थित रहेंगे।