राजपूत महासभा संस्थान द्वारा संगोष्ठी का आयोजन
उदयपुर। राजपूत महासभा संस्थान के तत्वावधान में रविवार को दहेज एक जहर विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
सचिव हितेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि गोष्ठी की अध्यक्षता समाज अध्यक्ष संत सिंह भाटी ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में सावधान इंडिया के फेम बलवीर सिंह राठौड़ थे। संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए बलवीर सिंह राठौड़ ने कहा कि दहेज रूपी दिखावा समाज में जहर की तरह फैल रहा है। यह न केवल लड़कियों की शिक्षा में बाधा बन रहा है, बल्कि पूरे समाज के विकास को रोक रहा है। उन्होंने अपनी आगामी राजस्थानी फिल्म के विषय में जानकारी साझा की, जिसका मूल संदेश है “दहेज प्रथा के उन्मूलन के बिना समाज का उत्थान संभव नहीं।” उन्होंने आह्वान किया कि सर्वसमाज को मिलकर इस कुप्रथा के खिलाफ एकजुट होना चाहिए ताकि बालिकाओं को बचपन से ही शिक्षित और सशक्त बनाया जा सके।
संत सिंह भाटी ने आगामी आयोजनों और समाज के लिए प्रस्तावित योजनाओं की जानकारी भी दी। कार्यक्रम में कई समाजसेवी, प्रतिनिधि और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
संगोष्ठी में संगठन सचिव लोकराज सिंह चौहान, प्रभात सिंह राठौड़, अक्षौहिणी सेना अध्यक्ष प्रमुख विजय सिंह राठौड़, रोहित सिंह देवड़ा, नरेन्द्र सिंह तंवर, राजप्रताप सिंह चौहान, मंजीत सिंह गहलोत राजेंद्र सिंह भाटी, करण सिंह राठौड़,सन्तोष सिंह चौहान, पर्वत सिंह यदुवंशी, महेन्द्र सिंह चौहान, दिव्यांशु सिंह पंवार, गणपत सिंह पंवार, जय सिंह पंवार,मनोहर सिंह झाला, दलपत सिंह चौहान, ज्ञान सिंह राजावत, भगवत सिंह हाड़ा, हिम्मत सिंह सिसोदिया, चेतन सिंह भाटी, जसवंत सिंह पंवार, विजय सिंह देवड़ा, सुरेन्द्र सिंह खींची, परमेंद्र सिंह भाटी, राजेन्द्र सिंह पीपारड़ा, नरेन्द्र सिंह सोलंकी, प्रदीप सिंह तंवर, युवराज सिंह राठौड़, चन्द्र सिंह भाटी, अनिरुद्ध सिंह देवड़ा, लक्ष्मण सिंह देवड़ा, ललित सिंह चौहान, रतन सिंह सिसोदिया, राम सिंह भाटी, योगेन्द्र सिंह पंवार, यज्ञराज सिंह पीपाड़ा, दीपक सिंह सिसोदिया, राजवीर सिंह चौहान आदि मौजूद रहे।
कार्यक्रम के दौरान अहमदाबाद विमान दुर्घटना में दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मौन सभा भी रखी गई। कार्यक्रम के प्रारम्भ में अतिथियों का अक्षोहिणी सेना के पदाधिकारियों ने उपरणा ओढ़ाकर एवं महाराणा प्रताप की तस्वीर भेंट कर बहुमान किया।
दहेज रूपी दिखावा समाज में जहर की तरह फैल रहा है: राठौड़
