दे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत
भीलवाड़ा, 20 जून। जल ही जीवन है, इस मूल मंत्र को आत्मसात करते हुए जिले में चलाए जा रहे “वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान 2025“ के अंतर्गत जिले के समस्त चिकित्सा संस्थानों में शुक्रवार को व्यापक स्तर पर जल संरक्षण एवं संवर्धन को लेकर शपथ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सीपी गोस्वामी ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले के समस्त राजकीय चिकित्सालयों, सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, उप स्वास्थ्य केन्द्रों सहित समस्त संस्थानों में कार्मिकों को जल की एक-एक बूंद के महत्व को समझाते हुए जल संरक्षण की शपथ दिलाई गई।
सीएमएचओ डॉ. गोस्वामी ने बताया कि इस अवसर पर चिकित्सा अधिकारियों व स्वास्थ्य कार्मिकों को यह संकल्प दिलाया गया कि वे न केवल अपने कार्यस्थलों पर बल्कि घर एवं समाज में भी जल के समुचित उपयोग को सुनिश्चित करेंगे, जल स्रोतों को प्रदूषण से बचाएंगे और जन-जन को इसके प्रति जागरूक करेंगे। जल का संरक्षण केवल एक दायित्व नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, स्वास्थ्य और भविष्य की सुरक्षा का आधार है। इस अभियान के अंतर्गत जल के दुरुपयोग को रोकने, वर्षा जल संग्रहण को बढ़ावा देने और प्राकृतिक जल स्रोतों को संरक्षित करने जैसे विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं।
इस दौरान देश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने और इसके लिए लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से स्वच्छ भारत मिशन के तहत चिकित्सा संस्थानों में स्वच्छता गतिविधियों का आयोजन कर आमजन को स्वच्छता के प्रति प्रेरित किया गया।
उन्होंने बताया कि जिला स्तर से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक यह अभियान चरणबद्ध रूप से संचालित किया जा रहा है, जिसमें चिकित्सा विभाग की सक्रिय भागीदारी रही है। जिले में स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा जल संरक्षण के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने हेतु स्वास्थ्य शिविरों, गोष्ठियों एवं प्रचार माध्यमों का अधिकतम उपयोग किया जा रहा है।