उदयपुर। श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर, जयपुर में अध्ययनरत उदयपुर के छात्र सुरेंद्र सिंह राठौड़ को उद्यान मटर (पाइसम सेटिवम एल.) की वृद्धि, उपज और गुणवत्ता पर सूक्ष्म पोषक तत्वों और तरल खाद के प्रभाव पर किए गए शोध पर विद्या वाचस्पति (पीएचडी) की उपाधि प्रदान की है। यह शोध मुख्य सलाहकार डॉ एस.पी. सिंह (प्रोफेसर एंड हेड डिपार्टमेंट ऑफ हॉर्टिकल्चर) के निर्देशन में पूरा किया गया।
इस शोध में जीवामृत जो कि गाय से प्राप्त गोबर, गाय के मूत्र, बेसन, गुड़ और कुछ स्वस्थ मृदा को मिलाकर के तैयार किए गए तरल खाद का मटर की फसल पर छिड़काव किया गया। इस पर यह देखा गया कि उससे प्राप्त फसल काफी उच्च गुणवत्ता वाली एवं काफी अधिक पैदावार देने में सफल रही। इस शोध में किसी कीटनाशक का प्रयोग किए बिना ऑर्गेनिक फार्मिंग को बढ़ावा देने का सफल प्रयास रहा। इस शोध से किसानों को कम लागत में मटर की फसल में उच्च गुणवत्ता और अधिक से अधिक उपज प्राप्त होने में सहायता मिलेगी।
यह शोध मुख्य सलाहकार डॉ एस.पी. सिंह (प्रोफेसर एंड हेड डिपार्टमेंट ऑफ़ हॉर्टिकल्चर) के निर्देशन में पूरा किया गया।
उद्यान मटर पर किए गए शोध पर सुरेंद्र सिंह राठौड को पीएचडी की उपाधि
