प्रदेश की आधी आबादी बच्चों की, ग्रामसभा के मुद्दों में इन्हें सम्मिलित करना सराहनीय पहल- डॉ. पण्ड्या
(02 अक्टूबर को जनजाति अंचल के विभिन्न ग्राम पंचायतों में विशेष ग्रामसभा संपन्न, बाल विवाह मुक्त समाज का ग्रामीणों ने लिया संकल्प)
प्रतापगढ़, 2 अक्टूबर। 02 अक्टूबर को पूरे प्रदेश में ग्राम पंचायत में ग्रामसभा का आयोजन किया गया, यही जनजाति क्षेत्र में बच्चों के मुद्दों पर समर्पित ग्रामसभा का आयोजन सराहनीय पहल है। प्रदेश की लगभग आधी आबादी हमारे इन 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की है। इनके अधिकारो के संरक्षण के बिना राष्ट्र निर्माण का कार्य असंभव होगा। उक्त विचार 02 अक्टूबर को पूरे प्रदेश में बाल संरक्षण सुनिश्चित करने की दिशा में आयोजित विशेष ग्रामसभा के अवसर पर उदयपुर ज़िले के झाड़ोल पंचायत समिति के ग्राम पंचायत खाखड़ में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए राजस्थान बाल आयोग, राजस्थान सरकार के पूर्व सदस्य एवं बाल अधिकार विशेषज्ञ डॉ. शैलेंद्र पण्ड्या ने व्यक्त किए।
डॉ. पण्ड्या ने ग्रामसभा के प्रारंभ में महात्मा गाँधी एवम् लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए, महात्मा गाँधी के ग्राम स्वराज की परिकल्पना के तहत बाल हिंसा मुक्त समाज की स्थापना का आवाहन किया।
गायत्री सेवा संस्थान के समन्वयक आशीता जैन ने जानकारी देते हुए बताया की बताया कि ग्रामीण विकास एंव पंचायती राज विभाग, राजस्थान सरकार ने दिनांक 22.09.2023 को आदेश जारी कर नोबल पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी की अपील अनुरूप बाल विवाह मुक्त समाज के संकल्प को 02 अक्टूबर 2023 को आयोजित ग्रामसभा में करवाने के निर्देश सभी ज़िलाअधिकारियों को किए थे। इसी दिशा में सहभागिता दिखाते हुए संस्थान द्वारा संभाग के उदयपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद एवम् सलूंबर ज़िले के विभिन्न जनजाति ग्राम पंचायतों में विशेष ग्रामसभा का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर प्रतापगढ़ प्रभारी रामचन्द्र मेघवल ने जानकारी देते हुए बताया की आज ग्राम पंचायत बाँधघाटी व भाटखेड़ी में इस अवसर पर स्थानीय सरपंच बाँधघाटी शांतिलाल मीणा व स्थानीय ग्राम विकास अधिकारी सत्यनारायण मीणा, सरपंच भाटखेड़ी दीपशिखा मीणा व ग्राम विकास अधिकारी व समस्त वार्डपंच सहित गायत्री सेवा संस्थान के ब्लॉक प्रभारी नंद लाल मीणा, श्याम मीणा, सुशीला मीणा, गणपत मीणा, पूजा राजपुत, हेमलता, दीपेश मीणा करीब 950 संख्या में ग्रामीण एवं बच्चे उपस्थित रहे।
ग्रामसभा में बच्चों ने पहली बार बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हुए अपने विद्यालय, आस-पास एवम् खेल मैदान संबंधित मुद्दों के साथ सुरक्षा संबंधित मुद्दे भी रखे। अंत में सभी ने मिलकर अपनी पंचायत को बाल विवाह मुक्त करने का संकल्प लिया।
बाल संरक्षण सुनिश्चित किए बिना राष्ट्र निर्माण असम्भव – डॉ. पण्ड्या
