मुख्य अतिथि महाराज लक्षयरज सिंह का वैदिक मंत्रों तथा वैदिक संस्कृति के साथ भव्य स्वागत
उदयपुर। चीरवा स्थित लाभगढ़ रिसॉर्ट में अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभवनमृत संघ (इस्कॉन) द्वारा अपना पहला नंदोतसव बड़े आनंद के साथ मनाया गया, आम तौर पर जन्माष्टमी सभी जगह मनाई जाती है परंतु नंदोत्सव के बारे में कम ही लोग जानते है।
इस्कॉन कोवे (वैदिक शिक्षा एवं योग का केंद्र) जो की चीरवा एन एच 8 पर निर्माणाधीन भव्य मंदिर द्वारा नंदोतसव का भव्य आयोजन किया गया जिसमें चारों तरफ हरे कृष्ण महामंत्र से वातावरण गुंजायमान हो उठा और भक्त झूम उठें।
कार्यक्रम में मेवाड़ राजघराने के कुंवर लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ मुख्य अथिति रहे, जिनका वैदिक मंत्रों तथा वैदिक सभ्यता के साथ भव्य स्वागत किया गया। मेवाड़ की धरती पर सनातन संस्कृति ओर वैदिक शिक्षा को बढ़ावा देने की बात पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की साथ ही इस्कॉन संस्थापक आचार्य भक्तिवेदांत स्वामी श्रील प्रभूपाद के जीवन पर बनी पेंटिंग का भी अनावरण किया।
परम पूज्य श्री सार्वभौम प्रभुजी द्वारा भक्तों को श्री कृष्ण कथा का आसवादन कराया गया। जिसमें प्रभुजी ने वर्तमान परिपेक्ष्य में जहां सारी दुनिया भौतिक चकाचौंध की तरफ हो रही है। वहंा किस प्रकार अपने आध्यात्मिक जीवन को किस प्रकार शुरू किया जाए के मबारे में अत्यंत महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए सादा जीवन उच्च विचार पर जोर दिया साथ ही आत्मा ओर परमात्मा के विज्ञान को समझते हुए लाइफ मेनेजमेन्ट टाइम मेनजमेंट के हत्वपूर्ण बिन्दु बताएं, वैदिक सभ्यता के संरक्षण एवं सनातन के प्रचार के लिए उन्होंने बाल्यावस्था से ही वैदिक शिक्षा देने की बात कहीं। श्रील प्रभूपाद व्यास पूजा महामहोत्सव के अवसर पर श्रील प्रभूपाद की आरती के के बाद प्रभुजी ने श्रील प्रभूपाद के जीवन के बारे में बताते हुए कहा की एक राजा की पूजा केवल उसके राज्य के भीतर होती है परंतु ज्ञान की पूजा सर्वत्र होती है।
प्रभुजी ने बताया कि किस प्रकार श्रील प्रभूपाद द्वारा हरि नाम की महिमा का बिना किसी जाती धर्म का भेद किए विश्व भर में प्रचार किया और अपने जीवनकाल में अलग अलग देशों में 108 मदिरों की स्थापना की ओर लाखों लोगों तक हरी नाम की महिमा को पहुंचाया गया।
इस्कॉन कोवे द्वारा मोहनपुरा चीरवा में गत 6 माह से प्रचार केंद्र की स्थापना की गई है जहां प्रत्येक रविवार शाम हरी नाम संकीर्तन,कथा एवं प्रीतिभोज कार्यक्रम रहते है साथ ही इस्कॉन कोवे द्वारा समाज कल्याण की अब तक की यात्रा को चलचित्र के माध्यम से बताया गया, जिसमें फूड फॉर लाइफ,निः शुल्क घर घर जा कर हरिणाम संकीर्तन वात्सल्य कल्चर क्लास मुख्य थे।
संस्था द्वारा प्रत्येक आयु के वर्ग को ध्यान में रखते हुए अलग अलग कार्यक्रम चलाए जा रहे है जिनमें लोग अपनी आयु ओर रुचि के अनुसार जुड़कर अपने आध्यात्मिक जीवन की शुरुआत कर सकते है। कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण श्री भगवान का नौका विहार करवाया गया जिसमें भगवान को सुंदर सुगंधित पुष्पों से सुसज्जित नौका में विराजमान करवा कर हरे कृष्ण महामंत्र के कीर्तन के साथ नौका में भ्रमण करवाया गया एवं समस्त भक्तों द्वारा पुष्प वर्ष की गई। तत्पश्चात सभी भक्तों ने महाप्रसाद का आस्वादन किया और लाभगढ़ रिज़ॉर्ट द्वारा कार्यक्रम के लिए अत्यंत सुंदर व्यवस्थ की एवं अपना पूर्ण योगदान दिया ओर सभी भक्तों की यही कामना थी, इस प्रकार के कार्यक्रम समय-समय पर होते रहें ताकि भक्ति प्रचार अविलंब चलता रहे।
इस प्रोग्राम में शहर के कई प्रतिष्ठित व्यक्ति जैसे संजय सिंघल, जगदीशराज श्रीमाली, गौरव वल्लभ, पी एस तलेसरा,एआईसीसी स्पीकर उपस्थित थे।