उदयपुर : 23 जनवरी युगप्रधान आचार्य महाश्रमण के आज्ञानुवर्ती शासन श्री मुनि सुरेश कुमार के सहवर्ती मुनि सम्बोध कुमार मेधांश ने कहा- जो हमने चाहा है वह जरूर मिलेगा बशर्ते कि अपना सर्वस्व उसे पाने में बिछा दे। वे राजकीय उच्च माध्यमिक बालिका विद्यालय में स्किल्स डवलेप्मेंट विद साइंस ऑफ लिविंग टेक्नीक केप्सूल कोर्स कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा- राइट फैसले लेने वाले ही हाइट पर पहुँचते है। परेशानियों की इतनी हैसियत नहीं होती कि वे हमें खत्म कर दे। दुख हमें भीतर से मजबू़त बनाते है बशर्ते कि हम उन्हें उसी रूप में स्वीकार करे। मुनि ने छात्राओं व प्राध्यापको को स्मृति विकास, ब्रिदिंग बैलेंस, हैंडराइटिंग स्किल्स, स्ट्रेस फ्री लाइफ, व संकल्प शक्ति के प्रयोग करवाए। उन्होंने कहा- जीवन हृदय परिक्षण यंत्र की तरह है, जब तक लाइने टेढी चल रही है तब तक हम जी रहे हैं, जिस दिन लाइनें सीधी हुई तो जिन्दगी खत्म । जब हम एक खुशी की बात से बार बार खुश नहीं हो सकते तो एक दुःख की बात से बार-बार दु:खी कैसे हो सकते है। मुनिप्रवर का मानना था. एक हमारा संकल्प हमारी आंखों में पलने वाले सपनो को हमारे सामने झुकाने के लिए मजबूर कर देता है। नए वर्ष की शुभकामनाए देते हुए मुनि ने कहा- सन 2023 में बस हमारा स्वयं से एक वादा हो कि किसी का दिल नही दुखाएंगे। यह संकल्प सफलता के दरवाजे खोलेगा।
कार्यक्रम में मुनि व समागत अतिथियों का स्वागत विद्यालय प्राचार्य श्रीमती बीना नाहर व आभार प्राध्यापिका श्रीमती नेहा कुदाल ने जताया।
कार्यक्रम के सफल आयोजन में कमलेश बंब, अनिल पोखाल, रोहित चौधरी की उल्लेखनीय भूमिका रही है।