सलूम्बर, 12 मार्च, प्रयत्न समिति उदयपुर के माध्यम से सलुबंर पंचायत समिति के सभागार में आयोजित एक दिवसीय कार्य षाला का आयोजन संपन्न हुआ। कार्यशाला के दौरान संस्था सचिव मोहन डांगी ने सहभागियो को संबोधित करते हुए कहा कि चरनोट भूमि गोवंश के लिए सरक्षित है और गाय गांव की आत्मा है। इसलिए हमें गांव बचाने है तो गोचर भूमि बचानी होगी जिससे गाय बचेगी।
सहायक विकास अधिकारी गेबीलाल बुनकर नेे कहा कि मनरेगा से ग्रामसभा में प्रस्ताव देकर ग्रामीण अपने चरागाहों का विकास कर सकते हैं। कार्यशाला ो आरंभ में संस्था की ओर से सभी संभागियों का स्वागत समन्वयक मांगीलाल गुर्जर द्वारा किया गया। कार्य षाला में जलग्रहण विकास विभाग झल्लारा के अभियंता प्रिंस सोनी ने जल संरक्षण कार्यक्रम के तहत क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों से अवगत कराया।
इस अवसर पर गामड़ा पाल, डगार, मानपुर, बरां, सराडी, टोडा, अदकालिया, गटेड़, पायरा, गुड़ेल,मालपुर, कादमा, पन्नीनाल, मोरिला, गींगला, आदि गांवों के लगभग 125 महिला-पुरूशों ने भाग लिया। कार्य क्रम की अध्यक्षता डगार के वार्ड पंच रूपजी पटेल ने की। विशेष अथिति रामजी मानपुर और गौतम जी बरां थे। कार्य क्रम के अंत में मंजू बिस्वास ने आभार व्यक्त किया। संचालन सामाजिक कार्यकर्ता प्रभाशंकर शर्मा ने
किया। संयोजन भेरूलाल मीणा बरां, कालूलाल मीणा और दिनेश पटेल ने किया।
गोचर भूमि गांव की आत्मा: मोहन डांगी
 
    
 
                                 
                                 
                                 
                                 
                                