(प्रतीक जैन)
खेरवाड़ा, भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा के संयोजक भेरूलाल मीणा के नेतृत्व में उपखंड अधिकारी कार्यालय खेरवाड़ा में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री भारत सरकार के नाम मोर्चा के सदस्यों द्वारा भारत के आदिवासी समुदाय से जुड़े ज्वलंत मुद्दे एवं भील प्रदेश राज्य गठन किए जाने हेतु ज्ञापन प्रस्तुत किया। ज्ञापन में बताया गया है कि भारतीय उपमहाद्वीप में बरसों से रह रहे आखेटक खाद्य संग्राहक मानव समूह के वंशज आदिवासी हैं। भारत की मूल संस्कृति मानव समूह के संरक्षण के लिए भील प्रदेश राज्य का गठन आवश्यक है। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश की विधानसभा में भील प्रदेश राज्य का प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार को भिजवाया जाए। अपने ज्ञापन में मोर्चा द्वारा 36 सूत्रीय मांगों के आधार पर भील आदिवासियों के मान सम्मान की सुरक्षार्थ भीली अस्मिता संरक्षणार्थ राजनीति से परे ,धर्म से परे सोचते हुए अलग भील प्रदेश राज्य बनाने की मांग की गई है। ज्ञापन प्रस्तुत करने में राहुल डामोर, शंकर लाल, अश्विन दरंगा, लालू राम, महेश डामोर,सुनील, फूल शंकर, मयूर,दुर्गेश सहित मोर्चा के पदाधिकारी एवं सदस्य मौजूद रहे।