सफल निर्वाचन सभी का सामूहिक दायित्व, निर्देशों की अक्षरशः अनुपालना हो -जिला निर्वाचन अधिकारी
उदयपुर, 5 सितंबर। जिला निर्वाचन अधिकारी अरविंद कुमार पोसवाल ने बुधवार को विधानसभा आम चुनाव 2023 को लेकर गठित प्रकोष्ठों के प्रभारियों एवं सह प्रभारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक लेकर तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने चुनाव के दौरान संपादित की जाने वाले विभिन्न गतिविधियों के प्रभावी निगरानी एवं क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। इस दौरान उप जिला निर्वाचन अधिकारी शैलेष सुराणा ने प्रत्येक प्रकोष्ठ के दायित्वों और अब तक की गई तैयारियों से अवगत कराया।
जिला निर्वाचन अधिकारी पोसवाल ने कहा कि विधानसभा चुनाव सफल रूप से पूर्ण करवाना हम सब का प्राथमिक दायित्व है। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी प्रकोष्ठों के नोडल अधिकारी एवं सहायक नोडल अधिकारी अपने प्रकोष्ठ को दिए गए सभी दायित्वों का पूर्ण निष्ठा के साथ निर्वहन करें जिससे कि लोकतंत्र के इस महापर्व को सफल बना सकें।
बैठक में उन्होंने कार्मिक प्रकोष्ठ से निर्वाचन कार्य में लगाए जाने वाले कार्मिकों, ऑनलाइन मतगणना, मतदाता सहायता केंद्र पर कार्मिकों की नियुक्ति, माइक्रो आब्जर्वर, होम वोटिंग हेतु मतदान दलों आदि का डेटाबेस तैयार करने के निर्देश दिए।
स्वीप प्रकोष्ठ की समीक्षा करते हुए सहायक नोडल अधिकारी प्रभा गौतम से मतदाताओं को जागरूक करने के लिए विभिन्न स्तर की जा रही प्रचार योजना के बारे में जानकारी दी। ऐसे ही कानून व्यवस्था प्रकोष्ठ को लेकर अतिरिक्त जिला कलेक्टर (शहर) राजीव द्विवेदी से कानून व्यवस्था से संबंधित सभी बिंदुओं पर चर्चा की।
चुनाव सामग्री एवं जलपान व्यवस्था को लेकर जिला रसद अधिकारी द्वितीय राहुल जादौन एवं वाहन व्यवस्था को लेकर आरएसएमएमएल के कार्यकारी निदेशक गोविंद सिंह राणावत से चर्चा कर दिशा निर्देश दिए। ऐसे ही सामान्य व्यवस्था, भुगतान प्रकोष्ठ, निर्वाचन प्रकोष्ठ एवं आचार संहिता प्रकोष्ठ से संबंधित कार्यां को लेकर चर्चा की।
प्रभारी प्रावधानों का सांगोपांग अध्ययन करें :
कलक्टर पोसवाल ने निर्वाचन आयोग द्वारा विभिन्न प्रकोष्ठों को दिए गए दायित्वों और इसके प्रावधानों के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि कम से कम नोडल अधिकारी और सहायक नोडल अधिकारी अपने प्रकोष्ठ संबंधित सभी प्रावधानों का पूरी गंभीरता से सांगोपांग अध्ययन करें ताकि किसी भी कार्य के संपादन में किसी प्रकार की अनियमितता न हो सके।
आचार संहिता की सख्ती से अनुपालना के निर्देश :
पोसवाल ने कहा कि आचार संहिता के लागू होते ही उसकी सख्ती से पालना सुनिश्चित हो। चुनाव एवं आचार संहिता से संबंधित शिकायतों की जांच रिपोर्ट निर्वाचन विभाग को समय पर प्रेषित की जाए। इसी के साथ उन्होंने निर्देश दिए कि समय-समय पर राजनीतिक दलों अथवा उम्मीदवारों की बैठकर भी आयोजित हो। उन्होंने आचार संहिता प्रकोष्ठ प्रभारी पंजीयक एवं मुद्रांक विभाग उप महानिरीक्षक जितेंद्र ओझा से चर्चा कर निर्देशित किया।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने राजस्व अपील अधिकारी प्रदीप सिंह सांगावत से पर्यवेक्षक प्रकोष्ठ द्वारा संपादित की जाने वाली गतिविधियों को लेकर विस्तार से चर्चा की। सांख्यिकी प्रकोष्ठ से संबंधित बिंदुओं पर आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग उपनिदेशक से चर्चा कर निर्देशित किया। उन्होंने समय पर मतदान दलों एवं मतदान मतगणना संबंधित आंकड़ों का संग्रहण एवं संप्रेषण करने के निर्देश दिए। साथ ही चुनाव से संबंधित सभी आंकड़े समय पर तैयार करवा कर विभिन्न शाखाओं को उपलब्ध कराने की बात कही। प्रशिक्षण प्रकोष्ठ की समीक्षा करते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी ने समस्त प्रकार के मतदान दलों एवं मतगणना कार्मिकों को समय पर प्रशिक्षण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
आईटी प्रकोष्ठ को लेकर तकनीकी निदेशक मजहर हुसैन से चर्चा कर समस्त ऑनलाइन कार्य समय पर संपन्न करवाने, कार्मिकों का डेटाबेस तैयार करने, कार्मिक प्रकोष्ठ से समन्वय स्थापित करने, सभी एप्लीकेशन पर यथोचित कार्यवाही करने, मतगणना हेतु ऑनलाइन व्यवस्था सुनिश्चित करने आदि के निर्देश दिए। शिकायत निवारण, वोटर हेल्पलाइन, रूट चार्ट, मत पत्र, डाक मतपत्र, मतदाता सूची, चुनाव लेखा, विशिष्ट योग्यजन मतदाताओं, भुगतान, मीडिया समन्वय एवं एमसीएमसी, चुनाव नियंत्रण, सोशल मीडिया, सी विजुअल एप आदि को लेकर भी संबंधिक प्रभारियों एवं सह प्रभारियों से चर्चा कर दिशा निर्देश दिए।
उन्होंने कानून प्रक्रिया प्रकोष्ठ, चुनाव पश्चात मतगणना प्रकोष्ठ, क्रिटिकल मतदान प्रकोष्ठ, पोलिंग कार्मिक वेलफेयर प्रकोष्ठ, होम वोटिंग प्रकोष्ठ को लेकर भी चर्चा की। अंत में उन्होंने विधानसभा आम चुनाव के दौरान रिटर्निंग अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर निर्वाचन विभाग के दिशा निर्देशानुसार निर्वाचन से संबंधित सभी कार्यों को पूर्ण पारदर्शिता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी नियमित रूप से अपने कर्मचारियों के साथ बैठक करें एवं किसी भी समस्या का समय पर समाधान करें।
विधानसभा चुनाव को लेकर प्रकोष्ठों के प्रभारियों एवं सह प्रभारियों की बैठक
