– आयड़ जैन तीर्थ में चातुर्मासिक प्रवचन की धूम जारी
– साध्वियों के सानिध्य में अष्ट प्रकार की पूजा-अर्चना की
उदयपुर 14 नवम्बर। श्री जैन श्वेताम्बर महासभा के तत्वावधान में तपागच्छ की उद्गम स्थली आयड़ तीर्थ पर बरखेड़ा तीर्थ द्वारिका शासन दीपिका महत्ता गुरू माता सुमंगलाश्री की शिष्या साध्वी प्रफुल्लप्रभाश्री एवं वैराग्य पूर्णाश्री आदि साध्वियों के सानिध्य में मंगलवार को श्रमण भगवान महावीर स्वामी का निर्वाण दिवस मनाया गया साथ ही गुरु गौतम स्वामी का केवलज्ञान महोत्सव विशेष पूजा-अर्चना के साथ मनाया। महासभा के महामंत्री कुलदीप नाहर ने बताया कि आयड़ तीर्थ के आत्म वल्लभ सभागार में सुबह 7 बजे दोनों साध्वियों के सानिध्य में आरती, मंगल दीपक, सुबह सर्व औषधी से महाअभिषेक एवं अष्ट प्रकार की पूजा-अर्चना की गई। जैन श्वेताम्बर महासभा के अध्यक्ष तेजसिंह बोल्या ने बताया कि प्रवचनों की श्रृंखला में प्रात: 9.15 बजे साध्वी प्रफुल्लप्रभाश्री व वैराग्यपूर्णा की निश्रा में भगवान महावीर स्वामी का निर्वाण कल्याणक महोत्सव एवं अनंत लब्धि विधान गुरू गौतम स्वामी का केवलज्ञान महोत्सव बहुत ही ठाठ से मनाया गया। प्रात: 6.15 बजे ढोल नगाड़ों की स्वर लहरियों के साथ प्रभु गीतों की ध्वनि गाते हुए परमात्मा महावीर स्वामी के जिन मंदिर में पहुंचे वहां पर मंदिर का श्रीमती शान्ता देवी, लीला देवी, मीनू – कुलदीप नाहर ने द्वार उद्घाटन किया। निर्वाण महोत्सव का लड्डू चढ़ाने का लाभ नरेन्द्र कुमार, कांता देवी- प्रियंका- कुलदीप मेहता परिवार ने किया। दोनो जिन मंदिर का द्वार उद्घाटन एवं निर्वाण लड्डू चढ़ाया गया। बाद में आत्म-वल्लभ सभागार में गौतम स्वाभि का रास भक्तामर स्तोत्र पाठ सुना गया। उसके बाद मंगल स्तोत्र के नये वीर संवत् का नाम सुनाया। चातुर्मास संयोजक अशोक जैन ने बताया कि कल कार्तिक सुदी बीज भाई दूज के अवसर पर परम पूज्य पंजाब केसरी आचार्य वल्लभ सूरीश्वर महाराज का 153वां जन्म दिवस मनाया जाएगा। आयड़ जैन तीर्थ पर प्रतिदिन सुबह 9.15 बजे से चातुर्मासिक प्रवचनों की श्रृंखला में धर्म ज्ञान गंगा अनवरत बह रही है।
महावीर स्वामी का निर्वाण कल्याणक एवं गुरू गौतम स्वामी का केवल ज्ञान महोत्सव मनाया
