उदयपुर। बेदला माताजी स्थित ’धाकड़ गार्डन’ में पौधरोपण के दौरान किये गये सीड बॉल्स के प्रयोग से जहां 15 वर्ष पूर्व जो पौधे लगाये गये थे वे आज 50-60 फीट के हो गये है।
डी.पी.धाकड़ ने बताया कि यहां पर 300 नीम एवम फलदार पौधे लगाये गये जो न केवल फल दे रहे है वरन् लोगों को छाया भी दे रहे है। इस वर्ष उन पेड़ों से उनसे 30 किलो निंबोली उतरी है, जिससे 20 किलो सीताफल एवम 10 किलो कंटीली के बीज खरीदें। 2 ट्रैक्टर उपजाऊ मिट्टी में खाद मिलाकर 60 किलो बीज मिला दिये। इनसे 5000 सीड बॉल्स बनाकर सुखा दी।
इन 5000 सीड बॉल्स को हमने आस-पास की पहाड़ियों पर ऐसे स्थान पर रख दिया जहा थोड़ा पानी भरता हैं। इसमें से 500 पेड़ भी चल जाते है तो 4-5 साल में आस-पास के पहाड़ हरे भरे हो जाएंगे। नीम एवम सीताफल के पेड़ कम पानी एवम पहाड़ी क्षेत्र में आसानी से चल जाते है और कंटीली का बीज जानवरो से बचाव के लिए डाला गया है।
उदयपुर के आस-पास की सारी पहाड़ियों को हरा-भरा करने के लिए लाखो सीड बॉल्स डालने का विचार है। हम सभी लोग फल खाकर बीजों को डस्टबीन में डाल देते है अब हम आपसे प्रार्थना करते है की आप उन बीजो को डस्टबीन में न डालकर सुखा दे और हम तक भिजवा दे। हम उनको उपजाऊ मिट्टी और खाद में मिलाकर मशीन की मदद से लाखों सीड बॉल्स बनाएंगे और उनको सुखाकर कट्टो में भर देंगे।
धाकड़ ने बताया कि इन सभी सीड बॉल्स को उदयपुर के आसपास के स्कूलों, कॉलेजो, पंचायतों व संस्थाओं के माध्यम से पहाड़ियों पर डालेंगे। आप भी चाहे तो हमसे सीड बॉल्स लेकर आसपास खुली जगह/ पहाड़ियों में डाल सकते हैं। बारिश के मौसम में यह सीड बॉल्स चल जाएंगी और 5 से 6 वर्ष में वृक्ष का रूप ले लेगी। इस तरह हम बहुत कम मेहनत व खर्च में ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाकर उदयपुर के आसपास की पहाड़ियों को हरा-भरा बना सकते हैं।
’सीड बॉल्स से महा-वृक्षारोपण अभियान’
