चित्तौड़गढ़ के पत्रकारों ने डॉक्टर के खिलाफ कार्यवाही और पत्रकारों पर दर्ज मुकदमें की निष्पक्ष जांच हेतू मुख्यमंत्री व डीजीपी राजस्थान के नाम जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को दिए ज्ञापन।
चित्तौड़गढ़।
सरकारी तंत्र में व्याप्त अनियमितता, भ्रष्टाचार तथा रावतभाटा उप जिला चिकित्सालय में डॉक्टरों की शराब पार्टी के वायरल विडियो के आधार पर खबरें प्रकाशित एवं प्रसारित करने पर रावतभाटा थाने में पत्रकारों के खिलाफ दर्ज करवाए गए झूठे मुकदमे को लेकर प्रदेश के पत्रकार लामबंद हो गए।
झूठे एवं फर्जी मुकदमें को लेकर जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (जार) चित्तौड़गढ़ जार जिला ईकाई ने सोमवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एवं डीजीपी राजीव शर्मा के नाम अतिरिक्त जिला कलक्टर को तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को एक ज्ञापन दिया। ज्ञापन में पत्रकारों पर दर्ज करवाए गए मुकदमें की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की। ज्ञापन में बताया कि
29 जुलाई 2025 को देश व प्रदेश के न्यूज चैनलों एवं समाचार पत्रों में रावतभाटा उप जिला चिकित्सालय में व्याप्त भ्रष्टाचार, ठेकों में अनियमितता तथा डॉक्टरों की शराब पार्टी के वायरल विडियो के आधार पर समाचार प्रकाशित हुए। पूरे तथ्यों के आधार पर ये खबरें आज तक, फर्स्ट इण्डिया न्यूज, न्यूज 21, दैनिक भास्कर, एसटीएन न्यूज, बुलंद प्रदेश सहित अन्य कई समाचार चैनलों एवं समाचार पत्रों में प्रकाशित एवं प्रसारित हुई थी। रावतभाटा में लगभग दो दशक से एक ही स्थान पर पदस्थ चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल जाटव ने इन खबरों के आधार पर पत्रकार मनीष सुखववाल, जौतसिंह, विजय सिंह एवं एक अन्य पर 01 अगस्त को राजकार्य में बाधा एवं एसटी-एससी एक्ट में झूठा मुकदमा दर्ज करवा दिया। जबकि पत्रकारों ने ना तो किसी तरह की राजकार्य में बाधा डाली और ना ही किसी तरह के अपशब्द कहे। अस्पताल में हो रही अनियमितता की खबरें प्रकाशित नहीं हो इसके लिए एक वर्ग विशेष के डॉक्टर्स ने मिलकर ये झूठे मामले दर्ज करवाए हैं। संविधान व सुप्रीम कोर्ट की ओर से प्रदत्त प्रेस की अभिव्यक्ति के तहत पत्रकार अपने पत्रकारिता कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे थे।
डॉ. अनिल जाटव पूर्व में भी ऐसे ही झूठे मुकदमे दर्ज करवा चुके हैं। ज्ञापन में मामले की निष्पक्ष जांच करवाने एवं दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई। कार्यवाही नहीं होने पर सर्व समाज के साथ मिलकर आंदोलन की चेतावनी दी है।
ज्ञापन देने वालों में भुवनेश व्यास, चन्द्रेश जैन, अभिषेक शर्मा, जार के प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक वैष्णव, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य संदीप सुराणा, जिलाध्यक्ष मनोज सोनी, जिला महासचिव नवरतन जीनगर, जिला उपाध्यक्ष नरेन्द्र सेठिया, जिला संगठन सचिव हरीश पालीवाल, धर्मेन्द्र कुमार सेन, नंदलाल माली, आशीष कोदली, मनीष सुखवाल, जौतसिंह सौगरवाल, विजय सिंह सौलंकी, ओमप्रकाश भोई, शिव कुमार भट्ट, मधुसूदन शर्मा, गौरव जैन सहित कई पत्रकार शामिल थे।
झूठा मुकदमा दर्ज करवाने वाले डॉक्टर के खिलाफ पत्रकार हुए लामबंद
