उदयपुर, 28 जुलाई। श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ मालदास स्ट्रीट के तत्वावधान में चातुर्मास कर रहे पन्यास प्रवर निरागरत्न विजय जी म.सा. की निश्रा में रविवार को चौगान मंदिर स्थित आराधना भवन में आचार्य श्री गुणरत्न सूरिश्वर जी म.सा. की चौथी पुण्यतिथि के अवसर पर गुणानुवाद सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर 100 आयम्बिल भी हुए। गुणानुवाद सभा को सम्बोधित करते हुए पन्यास प्रवर निरागरत्नविजय जी म.सा. ने आचार्य श्री की गुप्त साधना का परिचय कराते हुए उनके गुणों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आचार्य श्री के लिए सभी एक समान थे उनकी गुरू समर्पणा बेजोड़ थी, आज सभी स्व-पर का कल्याण करने का संकल्प लें। सभा को अजीतरत्नविजय मुनि जी म.सा. ने पूज्यश्री की विशालता का परिचय कराया तत्पश्चात बाल मुनि श्री जिनागम रत्नविजय जी म.सा., त्रिपदीरत्नविजय जी म.सा. ने भी सम्बोधित किया। श्रीसंघ के अध्यक्ष डॉ. शैलेन्द्र हिरण ने बताया कि रविवार को 100 आयम्बिल तप की आराधना हुई, इस अवसर प्रभावना भी वितरित की गई। चातुर्मास प्रवक्ता राजेश जवेरिया ने बताया कि पंन्यास प्रवर की निश्रा में तैर कांठिया तप, 13 उपवास एवं 13 बियासने शीघ्र करवाए जाएंगे।
आचार्य श्री गुणरत्न सूरिश्वर जी म.सा. की चौथी पुण्यतिथि पर गुणानुवाद सभा का आयोजन, 100 आयम्बिल तप हुए
