आगामी 15 दिसम्बर तक संचालित होंगा पिंक पखवाड़ा
राजसमंद, 3 दिसम्बर। एनिमिया प्रबंधन के लिये संचालित पिंक पखवाडे़ के तहत जिलें जिला चिकित्सालय से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तक एनिमिया से ग्रस्त गर्भवती महिलाओं एवं प्रसुताओं को निःशुल्क एफसीएम इंजेक्शन लगाये जा रहे है। यह इंजेक्शन गर्भावस्था के दूसरी एवं तीसरी तिमाही में आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया के प्रबंधन हेतु दिया जा रहा है। अभियान के बाद भी यह इंजेक्शन सभी राजकीय चिकित्सा संस्थानो पर उपलब्ध रहेगा तथा एनिमिया ग्रस्त गर्भवती महिलाओं एवं प्रसुताओं के लिये उपयोग में लाया जा सकेगा। यह जानकारी सीएमएचओ डॉ हेमन्त कुमार बिन्दल ने दी।
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने बताया कि एफसीएम इंजेक्शन को लेकर चिकित्सा अधिकारी, नर्सिंग अधिकारीयों एवं आशा तक प्रशिक्षण दे दिया गया है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तक एफसीएफ इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। पिछले दो दिन में 109 एनिमिया से ग्रस्त गर्भवती महिलाओं को लाभान्वित किया गया है। सभी आशा एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया गया है कि पात्र गर्भवती महिलाओं को मोबिलाईज कर चिकित्सा संस्थान तक पहुंचाये जिससे अधिक से अधिक पात्र गर्भवती महिलाओं को लाभान्वित किया जा सके।
उन्होने बताया कि एनिमिया प्रबंधन के लिये पूर्व में मौखिक आयरन की गोलिया दी जा रही थी लेकिन मध्यम से गंभीर एनीमिया, गर्भावस्था के अंतिम चरण या तेजी से सुधार की आवश्यकता होती है तब मौखिक आयरन से हीमोग्लोबिन का स्तर पर्याप्त तेजी से नही बढ़ पाता। ऐसे मामलो में अंतःशिरा थेरेपी का उपयोग प्रभावी होता है जिससे यह आयरन को सीधे रक्तप्रवाह में पहुंचाकर तेजी और अधिक प्रभावी सुधार सुनिश्चित करता है।
पिंक पखवाडे़ की मोनिटरिंग एवं प्रभावी क्रियान्वयन के लिये सीएमएचओ से लेकर खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी नियमित चिकित्सा संस्थानो के निरीक्षण कर रहे तथा पात्र गर्भवती महिलायें इस कार्यक्रम से वंचित ना रहे इसके हरसंभव उपाय सुनिश्चत किये जा रहे है।
राजसमंद : पीएचसी से लेकर जिला चिकित्सालयों में लगने शुरू हो गये एफसीएम इंजेक्शन
