बाल श्रमिक एवं गुमशुदा का पारिवारिक पुनर्वास

-उत्तर प्रदेश एवं उदयपुर के बालकों को पारिवारिक पुनर्वास के लिए स्थानांतरित किया गया

राजसमंद। राजसमन्द जिले में जिला पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में गुमशुदा व बाल श्रमिक नाबालिग बच्चों की तलाश में ऑपरेशन खुशी अभियान के तहत रेलमगरा थाना क्षेत्र में छोटी सादडी जिला प्रतापगढ का बालक मिला जिस पर ऑपरेशन खुशी के तहत पुनर्वास हेतु बाल कल्याण समिति राजसमन्द के समक्ष पेश किया गया। इसी प्रकार राजसमन्द जिले के बालको को बालश्रम से मुक्त कराये जाने के विशेष अभियान के तहत पुलिसथाना कांकरोली, राजनगर तथा खमनौर क्षेत्र के 18 वर्ष के कम आयु के बाल श्रमिक बालको को डिटेन कर बाल कल्याण समिति राजसमन्द के समक्ष पेश किया गया। बालको के सर्वाेत्तम हित एवं संस्थागत जीवन के बजाय पारिवारिक पुनर्वास किये जाने के सफल प्रयास हेतु समिति के बैठक में ऐसे प्रकरणों की जांच की गई।

इस दौरान बैठक में अध्यक्ष कोमल पालीवाल, सदस्य बहादूरसिंह चारण, हरजेन्द्र चौधरी रेखा गुर्जर एवं सीमा जागलिया उपस्थित रहे। अध्यक्ष कोमल पालीवाल ने बताया कि ऑपरेशन खुशी के तहत गुमशुदा बालक के पुनर्वास हेतु उसके स्थायी निवास क्षेत्र जिला प्रतापगढ़ का होने से उसे बाल कल्याण समिति प्रतापगढ़ को स्थानान्तरित किया गया जहां से उसे पारिवारिक पुनर्वास की प्रक्रिया जारी है। इसी प्रकार बालश्रम की रोकथाम हेतु दस्तयाब तीन बालको में से दो बालक कमशः बलिया उत्तरप्रदेश एवं उदयपुर जिले के निवासी होने के कारण किशोर न्याय अधिनियम की धारा 95 के तहत संबंधित जिले को अविलम्ब ही स्थानान्तरित करने के आदेश बैठक में किये गये, जिससे बालकों का पारिवारिक पुनर्वास हो सके। एक अन्य बालक राजसमन्द जिले का निवासी होने के कारण उसके माता पिता उपस्थित होने पर किशोर न्याय अधिनियम के प्रतिपादित सिद्धान्त के तहत बालक को बालश्रम नहीं कराने बाल विवाह नहीं करने एवं बालक को शिक्षा से जोड़ने के साथ पाबंद करते हुए परिवार में पुनर्वास किया गया।

इस दौरान बाल कल्याण समिति अध्यक्ष कोमल पालीवाल एवं सदस्य हरजेन्द्रसिंह चौधरी, रेखा गुर्जर, सीमा डागलियां किशोर न्याय बोर्ड सदस्य शैतान सिंह एवं किशोर गृह केयर टेकर विकास विजयवर्गीय, जगदीश सोनी, मोना नंदवाना, जितेंद्र कुमार रेगर, नरेश मीणा तथा दोहराने पुनर्वास कार्रवाई के बालकों के परिजन व अन्य उपस्थित रहे।

जन स्वास्थ्य अभियॉंत्रिकी एवं भू-जल विभाग का जिला स्तरीय कार्यक्रम 22 मार्च को

राजसमंद। विश्व जल दिवस पर जल ग्रहण विकास एवं भू संरक्षण विभाग, जन स्वास्थ्य अभियॉंत्रिकी एवं भू- जल विभाग का संयुक्त जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन 22 मार्च को जिला परिषद सभागार में आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी अधीक्षण अभियन्ता एवं पदेन परियोजना प्रबन्धक वाटर शेड सैल कम डाटा सेन्टर सी.पी.बागडी ने दी।

उन्होने बताया कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.0 में स्वीकृत जल ग्रहण विकास परियोजनाओं एवं राजीव गॉंधी जल संचय योजना द्वितीय चरण की जानकारी प्रदान की जावेगी एवं जल की उपयोगिता एवं महत्वता के सन्दर्भ में चर्चा की जावेगी।

इसके साथ ही विश्व जल दिवस के उपलक्ष्य में ब्लॉंक स्तर पर जल संग्रहण/अमृत सरोवर का लोकाप्रण एवं जलाशय की सफाई हेतु श्रमदान का आयोजन किया जाएगा तथा ग्राम पंचायत स्तर पर स्कूलो में जल/पर्यावरण/जल ग्रहण गतिविधियों पर निबन्ध/भाषण प्रतियोंगिताओं का आयोजन किया जाएगा।

राजसमंद के दो संस्कृत विद्यालय क्रमोन्नत

राजसमंद।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजसमंद जिले के दो संस्कृत विद्यालयों को क्रमोन्नत किए जाने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया है। प्रस्ताव के अनुसार, राजसमंद के राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय, छोगा का खेड़ा को वरिष्ठ उपाध्याय विद्यालय तथा राजकीय प्राथमिक संस्कृत विद्यालय, उरियों की भागल को उच्च प्राथमिक विद्यालय में क्रमोन्नत किया गया है।

मुख्यमंत्री गहलोत के इस निर्णय से आदिवासी बहुल क्षेत्र के विद्यार्थियों को स्थानीय स्तर पर ही बेहतर एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध हो सकेगी।

By Udaipurviews

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