सांस्कृतिक ज्ञानवर्धन से ही विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास संभव
उदयपुर 1 फरवरी। सांस्कृतिक स्रोत एवं प्रशिक्षण केंद्र के क्षेत्रीय केंद्र उदयपुर द्वारा बड़गांव ब्लॉक के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, वरड़ा में आयोजित शिविर में एक भारत श्रेष्ठ भारत विषय पर विभिन्न गतिविधियों का शुभारंभ बुधवार को हुआ।
शिविर शुभारंभ करते हुए सीसीआरटी के परामर्शक ओमप्रकाश शर्मा ने कहा कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए कला, संगीत एवं साहित्य, नाटक आदि गतिविधियों का आयोजन होना आवश्यक है। इसी अन्तर्गत तृतीय पांच दिवसीय शिविर के शुभारंभ में एक भारत श्रेष्ठ भारत अवधारणा पर मांडणा, बांधनी शिल्प, पेपर क्राफ्ट (काईट), नृत्य एवं मुकाभिनय सहित विशेष गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।
आरंभ में कार्यक्रम संयोजक हेमंत जोशी ने शिविर आयोजन का उद्देश्य बताया और कहा कि आज़ादी का अमृत महोत्सव के तहत राजस्थानी लोक नृत्य के साथ स्वतंत्रता सैनानियों के बलिदान पर आधारित मूकाभिनय को लाईव प्रदर्शन के साथ सिखाया जा रहा है।
श्रेष्ठ 5 विद्यार्थियों को दिल्ली भ्रमण का मौका मिलेगा :
शिविर संयोजक जोशी ने बताया कि इस शिविर के तहत श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले चयनित श्रेष्ठ पांच विद्यार्थियों को सीसीआरटी की तरफ से नई दिल्ली का शैक्षणिक भ्रमण करवाया जाएगा।
इस कार्यक्रम में चित्रकला विशेषज्ञ डॉ. चित्रसेन, डॉ. रमेश नागदा, सिराज्जुद्दीन, नीलोफर मुनीर, ओम कुमावत, सुनील टांक प्रायोगिक कक्षाओं के माध्यम से प्रशिक्षण दे रहे है। इस अवसर पर विद्यालय की प्रभारी श्रीमती संगीता चौधरी ने स्वागत की रस्म अदा की। कार्यक्रम में अंबालाल माली, अभीक सरकार, सुनिल भण्डारी आदि उपस्थित रहे।
सीआरटी की तरफ से एक भारत, श्रेष्ठ भारत विषयक शिविर शुरू
