डूंगरपुर, 21 अप्रैल : डूंगरपुर में सोमवार को सकल जैन समाज के सैकड़ों लोग जिला मुख्यालय पर एकत्रित हुए और राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान समाज के लोगों ने देशभर में जैन साधु-संतों और मंदिरों पर हो रहे हमलों पर गहरा रोष जताया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि मध्यप्रदेश के नीमच ज़िले के कछावा गांव में जैन साधु-संतों के साथ असामाजिक तत्वों ने बेरहमी से मारपीट की, जिसकी समाज ने कड़ी निंदा की है। इसके अलावा, मुंबई के विले पार्ले में स्थित एक 30 साल पुराने जैन मंदिर को बीएमसी ने 16 अप्रैल को तोड़ दिया, जिससे पूरे देश के जैन समाज और सनातन धर्म अनुयायियों में आक्रोश है। तीसरी घटना डूंगरपुर ज़िले के रीछा गांव की है, जहां 14 अप्रैल को अज्ञात चोरों ने जैन मंदिर से स्वर्णजड़ित गुम्बज चुरा लिया। समाज का आरोप है कि एफआईआर दर्ज होने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। सकल जैन समाज ने ज्ञापन के माध्यम से पुलिस और प्रशासन से मांग की कि सभी घटनाओं में दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
डूंगरपुर : जैन समाज ने साधु संतों पर हमले, मंदिर तोड़फोड़ और चोरी की घटनाओं पर जताया रोष
