उदयपुर 10 जून। जिला स्तरीय जनसुनवाई 20 जून की सुबह 11 से 2 बजे तक जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित राजस्थान संपर्क आईटी केंद्र में आयोजित होगी। जनसुनवाई में जिले के समस्त विभागीय अधिकारियों को तय समयावधि में राजस्थान सम्पर्क पोर्टल व सीएम हेल्पलाइन 181 पर अपने विभाग से संबंधित परिवादों की प्रगति के साथ जनसुनवाई में उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं।
अग्निवीर भर्ती रैली की तैयारियों की समीक्षा बैठक 14 को
उदयपुर, 10 जून। अग्निवीर भर्ती रैली की तैयारियों की समीक्षा बैठक शुक्रवार 14 जून को शाम 4 बजे कलेक्ट्रेट मिनी सभागार में आयोजित होगी। जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि बैठक में रैली के आयोजन के संबंध में अब तक की गई तैयारियों एवं आगामी कार्ययोजना पर चर्चा की जाएगी।
उदयपुर नगर निगम के वार्ड 17 में उपचुनाव की घोषणा
30 जून को होगा मतदान, संबंधित क्षेत्र में आदर्श आचार संहिता लागू
उदयपुर, 10 जून। राज्य निर्वाचन आयोग ने नगरीय निकायों में विभिन्न कारणों से रिक्त हुए पदों पर उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित किया है, इसके तहत उदयपुर नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 17(सामान्य) में उपचुनाव होगा। जारी कार्यक्रम अनुसार शुक्रवार दिनांक 14 जून को लोक सूचना जारी की जाएगी, मंगलवार 18 जून को प्रातः 10ः30 से दोपहर 3ः00 बजे तक नामांकन पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे, बुधवार 19 जून को नामांकन पत्रों की संवीक्षा की जाएगी तथा शुक्रवार 21 जून को दोपहर 3ः00 बजे तक नामांकन वापसी हो सकेगी, इसी क्रम में शनिवार 22 जून को चुनाव चिन्हों का आवंटन किया जाएगा तथा रविवार 30 जून को प्रातः 7ः00 से सांय 5ः00 बजे तक मतदान होगा, सोमवार 1 जुलाई को प्रातः 9ः00 बजे से मतगणना की जाएगी। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा उपचुनाव के कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही संबंधित निर्वाचन क्षेत्र में राजनीतिक दलों एवं अभ्यर्थियों के मार्गदर्शन के लिए आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो गई है जो कि चुनाव परिणाम घोषित होने तक संबंधित निर्वाचन क्षेत्र में लागू रहेगी।
पशु स्वास्थ्य संरक्षण पर संगोष्ठी
उदयपुर, 10 जून। पशुपालन प्रशिक्षण संस्थान में पशु स्वास्थ्य संरक्षण विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। उपनिदेशक डॉ. सुरेन्द्र छंगाणी ने बताया कि पषु के सामान्य क्रियाओं में परिवर्तन या पशु व्यवहार में परिवर्तन पशु रोग होने का संकेत होता है। डॉ. छंगाणी ने कहा कि स्वस्थ पशु की पहचान शीघ्र होने से पशुओं को नष्ट होने से एवं आर्थिक नुकसान होने से बचाया जा सकता है। संस्थान के डॉ. सुरेश शर्मा व डॉ. पदमा मील ने भी उपयोगी जानकारी दी।