फर्जी वेबसाइट और एप बनाकर होटल, टैक्सी, भ्रमण, हेलीकॉप्टर की सुविधा देने का करते हैं वादा
-एडवाइजरी : अधिकृत एजेंट ओर वेबसाइट से ही करवाये बुकिंग, सोशल मीडिया से रहे सावधान
जयपुर 2 मई। चार धाम यात्रा के नाम पर धोखाधड़ी और ठगी की खबरें सामने आ रही है। फर्जी वेबसाइट और ऑनलाइन बुकिंग, फर्जी ट्रैवल एजेंसियों का एजेंट, हेलीकॉप्टर बुकिंग, आकर्षक ऑफर देकर कुछ असामाजिक तत्व श्रद्धालुओं की श्रद्धा का फायदा उठाकर उन्हें ठगने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस मुख्यालय की साइबर शाखा द्वारा इस संबंध में आमजन को सलाह दी है कि अधिकृत एजेंट ओर वेबसाइट से ही बुकिंग करवाये, सोशल मीडिया पर पोस्ट किए जाने वाले लुभावने विज्ञापनों से सावधान रहे।
महानिदेशक पुलिस साइबर क्राइम हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने और आमजन में साइबर अपराधों की प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। वर्तमान में केदारनाथ यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर की बुकिंग, चार धाम व तीर्थ यात्रियों के लिए गेस्ट हाउस एवं होटल बुकिंग करने के नाम से ठगों द्वारा धोखाधड़ी के विभिन्न तरीके अपनाए जा रहे हैं।
डीजी प्रियदर्शी ने बताया कि साइबर अपराधियों द्वारा फर्जी वेबसाइट, भ्रामक सोश्यल मीडिया पेज, फेसबुक पोस्ट, व्हाटसएप अकाउंट, टेलीग्राम और गुगल सर्च इंजन आदि के माध्यम से विभिन्न सोशल प्लेटफॉर्म पर विज्ञापनों द्वारा प्रचार कर लुभावने ऑफर दिए जा रहे हैं।
ठग चार धाम केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री की यात्रा करने वाले इच्छुक तीर्थ यात्रियों को आने जाने के लिए हेलीकॉप्टर की बुकिंग करने, गेस्ट हाउस या होटल बुकिंग, ऑनलाइन कैब व टैक्सी बुकिंग, होलीडे पैकेज और धार्मिक पर्यटन स्थलों पर भ्रमण जैसी सेवाएं प्रदान करने का झांसा देते है।
इस संबंध में आमजन को सूचित किया जाता हैं कि ऐसे भ्रामक सोशल मीडिया पेज, फेसबुक पोस्ट, व्हाटसएप्प अकाउंट से सावधान रहें, तथा अधिकृत एजेंट/वेबसाइट द्वारा सत्यापन करने के उपरान्त ही बुकिंग करवाएं। बुकिंग के लिए आईआरसीटीसी की अधिकृत वेबसाइट से ऑनलाइन तथा डीएम ऑफिस या सेक्टर मजिस्ट्रेट से ऑफलाइन टिकट्स लिये जा सकते हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि इस प्रकार की संदिग्ध सूचना प्राप्त होने पर साइबर हेल्प लाईन नम्बर 1930, साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल https://cybercrime.gov.in या निकटतम पुलिस स्टेशन / साइबर पुलिस स्टेशन को देवें।