कलक्टर ने मिशन कोटड़ा की प्रगति पर की चर्चा
उदयपुर, 27 जनवरी। मिशन कोटड़ा के माध्यम से उदयपुर जिले के जनजाति अंचल कोटड़ा में विकास की नजीर पेश करने वाले जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने शुक्रवार को बैठक लेकर मिशन कोटड़ा की प्रगति पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कोटड़ा को बाल श्रम मुक्त करने के लिए टास्क फोर्स गठित कर अभियान चलाने के निर्देश दिए।
कलक्टर ने मिशन कोटड़ा के तहत निर्धारित लक्ष्यों एवं प्रगतिरत कार्यों पर चर्चा करते हुए क्षेत्र में नवाचारों के साथ सुदृढ़ विकास पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में बाल श्रम उन्मूलन के लिए प्रभावी प्रयास करने होंगे, जो बच्चे सड़कों पर सीताफल, कीकोडे इत्यादि बेचते है उनका पुनर्वास करवाकर उन्हें शिक्षा से जोड़ने की महत्ती आवश्यकता है। कलक्टर ने यह भी निर्देश दिये कि मिशन कोटड़ा के क्षेत्र में जो भी विकास कार्य करवाए गये है उन्हें मेंटन रखने की आवश्यकता है ओर जो सुविधाएं क्षेत्र के लिए उपलब्ध करवाई जा रही है उनका प्रभावी क्रियान्वयन करें।
कलक्टर ने अधिकारियों से कहा कि वे अपनी सर्विस के दौरान लीक से हटकर काम करें तभी हम आमजन को राहत दे पाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को विकास योजनाओं व कार्यों की सतत मॉनिटरिंग करने, ग्रामीणों से संवाद करने एवं उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान करने के निर्देश दिए।
कलक्टर ने क्षेत्र में आरएसएलडीसी एवं अन्य संस्थाओं के माध्यम से कैम्प लगाकर जनजाति अंचल के लोगों को कौशल प्रशिक्षण से लाभान्वित करने के निर्देश दिए। कलक्टर ने इन शिविरों में विभिन्न विभागों को सरकार की योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करने एवं लोगों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने वनोपज से स्थानीय रोजगार को प्रोत्साहन देने की बात कही। कलक्टर ने राजीविका के माध्यम से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को अधिक संबल प्रदान करने एवं सरकार की ओर से दी जाने वाले हरसंभव सुविधाएं व सहायता मुहैया कराने पर जोर दिया। इस अवसर पर एडीएम सिटी श्रीमती प्रभा गौतम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
कोटड़ा को बाल श्रम मुक्त करने के लिए टास्क फोर्स गठित कर अभियान चलाएं -कलक्टर
