कन्हैया हत्याकांड के आरोपियों को सजा नहीं दिला सकी भाजपा सरकार: गहलोत

-राजेश वर्मा

उदयपुर, 12 जून। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार प्रदेश और केंद्र की भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि कन्हैया हत्याकांड को तीन साल होने आए हैं और उसके आरोपियों को अब तक सजा नहीं दिलाई जा सकी। भाजपा ने परिजनों को न्याय नहीं दिलाकर कन्हैया हत्याकांड को चुनाव में भुनाया है।

वे उदयपुर संभाग के दो दिवसीय प्रवास पर गुरुवार को सुबह डबोक एयरपोर्ट पर पहुंचे थे। यहां पत्रकारों से बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि कन्हैया हत्या कांड के कुछ घंटों बाद ही आरोपियों को राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। बाद में एनआईए ने मामले को अपने हाथ में ले लिया। उस पर हमने इसलिए आपत्ति नहीं की क्योंकि इसमें कोई अंतरराष्ट्रीय एंगल जांच में निकल सकता है। इस मामले में सिर्फ चालान पेश किया जा सका। उसके बाद आरोपियों को सजा दिलाने के लिए भाजपा सरकार पीछे क्यों नहीं लगी। गहलोत ने कहा कि आजादी के बाद किसी हादसे में पहली बार आश्रितों को 50 लाख का मुआवजा दिया गया। इतना बड़ा मुआवजा कभी नहीं दिया गया।

पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने गहलोत-पायलट के मिलने और आंदोलन शुरू होने के सवाल पर कहा कि यह अनुभ्ज्ञवहीनता की बात है। उनसे कहें कि पहले अनुभव प्राप्त करें ज्यादा, समस्या के तह में जाएं उसके बाद कमेंट करें।यह इतना लचर कमेंट था कि बताओं इस पर क्या जवाब दें। उन्होंने सरकार की स्वास्थ्य योजना को लेकर कहा कि राजस्थान में जनता के लिए चलाई स्वास्थ्य योजना को तहस नहस कर दिया। चिरंजीवी योजना को कमजोर कर दिया और आरजीएचएस  योजना में नई नई शर्तें डाल दी और परेशानियां बढ़ा दी है। उन्होंने कहा कि वसुंधरा सरकार के कामों को तीनों कार्यकाल में बढ़ाया लेकिन वे सब कामों को रोक देते हैं। गुर्जर आंदोलन के बारे में गहालेत ने कहा कि उनके शासन में भी आंदोलन हुए लेकिन फर्क इतना है कि इन लोगों को राज करने का अनुभव नहीं है। एक बार, दो बार, तीन बार छह बार फायरिंग हुई। टोंक में फायरिंग में 74 गुर्जर मारे गए थे। गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार में भी लोग पटरियों पर बैठे और आंदोलन किए थे लेकिन सूझबुझ और समझाईश की। कर्नल से भी लगातार संपर्क रखा। फायरिंग छोड बिना लाठीचार्ज तक नहीं होने दिया। गहलोत ने कहा कि ये लोग नकारात्मक राजनीति करते हें। कोई योजना पहले से चल रही हो उसे बंद कर दो अटका दो। कहा था कि ईआरसीपी में 90 प्रतिशत पैसा केंद्र से मिलेगा लेकिन आज तक उसके आदेश जारी नहीं हुए। इनकी सोच ऐसी ही है। हम सत्ता में थे हमारी सोच ऐसी नहीं थी। गहलोत ने कहा कि चिरंजीवी योजना का बहुत बड़ा फायदा मिला। दुनिया में कहीं फ्री नहीं है। हमने इस योजना को सफल कर बता दिया और अब अन्य राज्य नकल कर रहे हैं लेकिन यहां इन्होंने नुकसान कर दिया। योजनाओं के नाम बदल दीजिए पर योजना को चालू तो रखना चाहिए लेकिन इन्होंने उसे कमजोर कर दिया। सरकार को लेकर भाजपा के सांसद विधायकों और कार्यकर्ताओं से पूछ लें कांग्रेस से ज्यादा इनसे मिलेंगे। सीएम भजनलाल को बाकी सब काम छोड़कर सरकार में पारदर्शिता लाएं। पता चलेगा कि कहां कहां कमियां है उसे ठीक करें। केंद्र की भाजपा सरकार के 11 साल पूरे होने पर गहलोत ने कहा कि पूरा देश देख रहा है। देश में ध्रुवीकरण देश और समाज हित में नहीं है लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए सभी धर्म और जाति साथ चले। देश में धीरे धीरे लोकतंत्र की हत्या हो रही है। संविधान खतरे में है। ईडी, सीबीआई, आईटी सबके सामने हैं। लोकतंत्र में विपक्ष आवाज उठाता है जनता की और यहीं आवाज राहुल गांधी उठा रहें हैं। ऑपरेशन सिंदूर के समय पूरा देश सरकार के साथ रहा है। मोदी विश्वास में लेकर चलते तो देश में उनकी सरकार को फायदा होता।

By Udaipurviews

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