प्रतीक जैन
आचार्य संघ का खेरवाड़ा से हुआ मंगल विहार
खेरवाड़ा ,दिगंबर जैन आचार्य श्रेय सागर महाराज ने कहा कि मनुष्य को जीवन में क्रोध ,मान, माया व लोभ का त्याग करना चाहिए, उनके त्याग से ही जीवन का कल्याण संभव है। आचार्य श्री बुधवार को खेरवाड़ा से मंगल विहार करने से पूर्व स्थानीय शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर सभागार में धर्म सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि धर्म के पथ पर श्रद्धा व भक्ति से बड़ा जाना चाहिए, ताकि वह सार्थक हो। उन्होंने कहा कि मनुष्य जीवन प्राप्त हुआ है तो अपने लक्ष्य का निर्धारण करना चाहिए, बिना लक्ष्य के निर्धारण के जीवन अपूर्ण है। आचार्य श्री ने कहा कि मनुष्य को मध, मांस, कंदमूल व रात्रि भोजन का त्याग करने का प्रण लेना चाहिए, त्याग ही जीवन है। त्याग के पथ पर चलकर आत्म कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। धर्म सभा में स्थानीय दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष रमेश चंद्र कोठारी, महामंत्री भूपेंद्र कुमार जैन, पूर्व अध्यक्ष सतीश चंद्र वाणावत एवं श्याम सुंदर कोठारी, पूर्व उपाध्यक्ष पारस जैन ,वरिष्ठ सदस्य नरेंद्र मेहता, दिलीप सिंघवी ,महिला परिषद अध्यक्ष शकुंतला कोठारी, पुलक महिला मंच संरक्षक किरण कोठारी ,युवा परिषद अध्यक्ष प्रतिक कोठारी, महामंत्री कार्तिक गंगावत, सहित बड़ी संख्या में समाज जन उपस्थित थे।
खेरवाड़ा से हुआ मंगल विहार : अचार्य संघ का खेरवाड़ा में दो दिन प्रवास के पश्चात बुधवार को कल्याणपुर के लिए मंगल विहार हुआ। बड़ी संख्या में समाज जन कस्बे की सीमा बंजारिया मोड तक आचार्य संघ को विदाई देने उपस्थित हुए ।