शिक्षाविदों, कवियों और लेखकों ने अपनी रचना से किया मंत्रमुग्ध
उदयपुर 14 अगस्त। एसबीआई ट्रेजरी शाखा में आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत प्रदर्शनी एवं गोष्ठी का आयोजन किया गया। शाखा प्रबंधक अमित सक्सेना ने आगंतुक अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता जयप्रकाश शाकद्वीपीय राजभाषा विशेषज्ञ, प्रो.पारस जैन विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र एवं डॉ. मलय पानेरी विभागाध्यक्ष हिंदी श्रमजीवी महाविद्यालय आदि उपस्थित रहे।
शिक्षाविद डॉ जय प्रकाश शाकद्वीपीय ने ’मैं राही तूफानों का, खुद अपनी राह बनाता हूँ, दुनिया अवरोध बिछाती है, मै ठोकर मार हटाता हूं’ कविता सुनाई। ऐसे ही शहीदों को नमन करते हुए ’तन की स्वतंत्रता चरित्र का निखार है, मन की स्वतंत्रता विचार की बहार है, घर की स्वतंत्रता समाज का श्रृंगार है, पर देश की स्वतंत्रता अमर पुकार है’ रचना सुनाई।
वरिष्ठ साहित्यकार एवं कवि तरुण कुमार दाधीच ने ’शत शत नमन’ एवं पुरुषोत्तम शाकद्वीपीय ने ’रंग दे बसंती चोला’ रचनाएं सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। अतिथियों ने भारत विभाजन की पीड़ा के साथ-साथ देश की आजादी में योगदान देने वाले अमर शहीदों को उनके विचारों और त्याग से मिली आजादी को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए देशवासियों का आह्वान किया। संचालन अंबुधि पांडे ने किया। इस अवसर पर शाखा में वरिष्ठ नागरिक एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
एसबीआई ट्रेजरी शाखा में अमृत महोत्सव प्रदर्शनी का आयोजन
