योजना से दलित एवं आदिवासी युवाओं के विकास के साथ औद्योगिक क्षेत्र को भी मिलेगा बढ़ावा – जिला कलक्टर शर्मा

बांसवाडा, 13 मार्च/जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र, बांसवाडा द्वारा सोमवार को होटल उत्सव, उदयपुर- डूॅगरपुर लिंक रोड, बांसवाडा में डॉ. भीमराव अम्बेडकर राजस्थान दलित आदिवासी, उद्यम प्रोत्साहन योजना- 2022 अन्तर्गत एक दिवस की जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में जिले के उद्यमी व गणमान्यजन मौजूद थे।

जिला कलक्टर प्रकाश चन्द्र शर्मा ने कहा कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य राजस्थान के दलित और आदिवासी वर्ग से संबंध रखने वाले युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ना है। ताकि राज्य के सर्वांगीण औद्योगिक विकास में वंचित वर्ग के युवाओं की भागीदारी भी सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि राजस्थान दलित आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजना के द्वारा पात्र युवाओं को रोजगार स्थापित करने में कई प्रकार के लाभ दिए जाएंगे। ताकि उन्हें खुद का उद्यम स्थापित करने में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी ना आए।

उन्होंने बताया कि डॉ भीमराव अम्बेडकर राजस्थान दलित आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजना के द्वारा दलित एवं आदिवासी वर्ग के युवाओं का विकास होने के साथ-साथ राज्य के औद्योगिक क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलेगा और राज्य में नए- नए उद्योग स्थापित होंगे जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और बेरोजगारी दर में गिरावट आएगी।

 जिला कलक्टर ने बताया कि पूर्व में संचालित मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्याहन योजना का जिक्र किया । कार्यशाला में बोलते हुए बांसवाडा जिला प्रमुख श्रीमति मालवीया ने राजस्थान में दलित एवं आदिवासी लोगों को स्वरोजगार से जुड़ने के लिए डॉ भीमराव अम्बेडकर राजस्थान दलित आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजना के माध्यम से वंचित वर्गों के युवाओं को खुद उद्यम स्थापित करने में सक्षम होंगे। जिला प्रमुख श्रीमति रेशम मालवीया ने कहॉ दलित आदिवासी, उद्यम प्रोत्साहन योजना- का व्यापक प्रचार प्रसार करे और ज्यादा से ज्यादा उक्त योजना के पात्र लोगेा को उसका लाभ मिले यह सुनिश्चित करे। उन्होंने कहॉ राज्य सरकार द्वारा बहुत अच्छी योजना शुरु की गई इसके लिए लोगो को जागरुक करे और समय पर उसका लाभ दे।

कार्यशाला में बांसवाडा नगरपरिषद के सभापति श्री जिनेन्द्र त्रिवेद्वी ने बताया की राज्य सरकार ने 10 करोड तक की उक्त योजना अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग के लोगो के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है जिसका अधिक से अधिक लाभ उठाएं और अपना व जिले के विकास को गति दे। उक्त योजना का लाभ लेकर राज्य में 1.3 प्रतिशत से 4 प्रतिशत रोजगार में वृद्वि हो सकती है। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे उक्त योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाने पर जोर दिया।

       उप जिला प्रमुख श्री विकास बामनिया ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश के दलित व आदिवासी युवाओं व उद्यमियों के लिए डॉ. भीमराव अम्बेडकर राजस्थान दलित आदिवासी, उद्यम प्रोत्साहन योजना से युवाओं के लिए आर्थिक उन्नति के रास्ते खुलेंगे।

 उन्होंने कहा कि उक्त योजना बांसवाडा जिले के अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग के लिए बहुत ही लाभकारी योजना है,सरकार द्वारा बहुत ही शानदार योजना बनाई गई है ऐसी योजना पुरे भारत में नही है जहा मार्जिनमनी अनुदान एवं ब्याज अनुदान दोनो का फायदा एक साथ लोगो काी मिल रहा है और ऋणियों को किसी तरह की परेशानी हो तो वे तत्काल सम्पर्क करे सहायता के लिए हमेशा तैयार है।

कार्यशाला के प्रारंभ में अतिथियों को स्वागत करते हुए जिला उद्योग विभाग के महाप्रबंधक खेताराम मेधवाल द्वारा पीपीटी के माध्यम से योजना की सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की गई।  योजना में पात्रता के लिए अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग से सम्बंधित होना चाहिए तथा आवेदक की उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। भागीदारी एवं एलएलपी फर्म्स, सरकारी समिति एवं कम्पनी के मामलों में आवेदक संस्थान में अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग के व्यक्तियों का 51 प्रतिशत अथवा अधिक स्वामित्व होना चाहिए। योजनान्तर्गत अधिकतम ऋण विनिर्माण क्षेत्र में 10 करोड, सेवा क्षेत्र में 5 करोड एवं व्यापार क्षेत्र में 1 करोड रूपये तक ऋण एवं 25 लाख रूपये से कम के ऋण पर 9 प्रतिशत ब्याज अनुदान एवं 25 लाख से 5 करोड रूपये तक 7 प्रतिशत एवं 5 करोड से 10 करोड रूपये तक के ऋण पर 6 प्रतिशत ब्याज अनुदान देय है साथ ही परियोजना लागत की 25 प्रतिशत अथवा 25 लाख रूपये मे से जो भी कम हो तक मार्जिन मनी अनुदान भी देय है।

         बांसवाडा उपखण्ड अधिकारी प्रकाशचन्द्र रेंगर द्वारा योजना को बहुत ही फायदेमन्द बताया और ज्यादा से ज्यादा युवा लोगो को बेहतरीन तरिके से योजना का लाभ लेना पर जोर दिया।

जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक द्वारा बताया गया कि उक्त योजना में अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग के लोगो को स्वंय का उद्योग स्थापित करने हेतु जिले की वित्तीय संस्थाओं से पूर्ण सहयोग प्रदान किया जायेगा।

इस अवसर पर माही महोत्सव-2023 के आयोजन से संबंधित तैयार की गई माही महोत्सव स्मारिका का अतिथियों द्वारा विमोचन किया गया।

         जिलाध्यक्ष डॉ. भीमराव अम्बेडकर मेमोरियल वेलफेयर सोसायटी राजस्थान शाखा बांसवाडा ने अपने उद्बोधन में कहा कि बिजनेस सम्बंधी जानकारी देने हेतु एक सेमिनार आयोजित कर विस्तृत जानकारी दी जाए ताकि लोग इसे समझकर अपना उद्यम लगा सकें। अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किये।

          बैठक में हीरालाल सांडेरा, भूरालाल यादव, हनकरलाल यादव, रमेश यादव, मांगीलाल यादव आदि मौजूद थे।

   अन्त में श्री मेधवाल द्वारा कार्याशाला आभार व्यक्त करते हुए बताया कि योजना से सम्बंधित या विभाग से सम्बंधित किसी भी जानकारी के लिए आप कभी भी कार्यालय में पधार कर जानकारी एवं उक्त योजना में स्वंय का उद्योग स्थापित करने हेतु लाभ प्राप्त किया जा सकता है एवं किसी तरह की कठिनाई होने पर उनसे सम्पर्क करने की जानकारी प्रदान कर कार्याशाला का सधन्यवाद समापन किया गया है।

By Udaipurviews

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