जयपुर में ढही इमारत: SDRF की टीम ने बचाई जान, 2 शव बरामद

• एसडीआरएफ जवानों ने मलबे से घायल महिला को सुरक्षित निकाला, पति और 5 साल की बेटी की मौत

जयपुर 6 सितंबर। शनिवार को जयपुर में एक बड़ा हादसा हुआ जब सुभाष चौक थाना क्षेत्र में एक चार मंजिला जर्जर इमारत अचानक ढह गई। इस दर्दनाक घटना में एक परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। हालांकि, समय रहते सूचना मिलने पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक घायल महिला को मलबे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उसके पति और मासूम बेटी को नहीं बचाया जा सका।
आधी रात का हादसा और त्वरित कार्रवाई
यह घटना देर रात करीब 2:15 बजे घटी, जब जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम से एसडीआरएफ कंट्रोल रूम को इमारत गिरने और लोगों के मलबे में दबे होने की सूचना मिली। कमांडेंट राजेंद्र सिंह सिसोदिया के निर्देश पर एसडीआरएफ जयपुर की एच कंपनी की रेस्क्यू टीम एच-02 को तत्काल मौके पर रवाना किया गया।
रेस्क्यू टीम प्रभारी मोहनलाल के नेतृत्व में 9 जवानों की टीम आधे घंटे के भीतर घटनास्थल पर पहुंच गई। टीम ने पाया कि एक पुरानी हवेली भरभराकर ढह गई है। शुरुआती जानकारी में पता चला कि मलबे में कुल 7 लोग दबे थे, जिनमें से 4 को स्थानीय प्रशासन और नागरिकों ने पहले ही सुरक्षित बाहर निकाल लिया था।
अत्याधुनिक तकनीक से चला सर्च ऑपरेशन
एसडीआरएफ की टीम ने सिविल डिफेंस के साथ मिलकर बाकी लोगों को खोजने के लिए एक गहन सर्च ऑपरेशन शुरू किया। जवानों ने ध्वस्त इमारत में दबे लोगों की पहचान के लिए हेलिंग सर्च तकनीक का इस्तेमाल किया, जिससे मलबे के नीचे दबे होने की पुष्टि हुई।
इसके बाद जवानों ने सावधानी पूर्वक मलबे को हटाया और 30 वर्षीय श्रीमती सुमित्रा को बाहर निकाला। उन्हें गंभीर चोटें आई थीं, इसलिए तुरंत नजदीकी अस्पताल भेजा गया। बाद में, CSSR उपकरणों की मदद से मलबे को और हटाया गया।
बचाव दल को मलबे में सुमित्रा के पति प्रभात (35) और उनकी 5 वर्षीय बेटी पीहू के शव मिले। यह परिवार पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिले के काशीपुर गाँव के निवासी थे। टीम ने दोनों शवों को बरामद कर स्थानीय प्रशासन को सौंप दिया।
इस घटना ने एक परिवार को तबाह कर दिया, लेकिन एसडीआरएफ जवानों की बहादुरी और त्वरित कार्रवाई ने कम से कम एक जान बचाने में सफलता हासिल की।

By Udaipurviews

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