सुर साधकों ने भजनामृत-2025 में बहाई भक्तिमय सुर गंगा – माधवानी
उदयपुर। सुरों की मंडली के संस्थापक मुकेश माधवानी ने बताया की श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के अवसर पर श्री बालाजी सत्संग मंडल एवं सुरों की मंडली द्वारा आयोजित भजनामृत – 2025 कार्यक्रम में भक्ति और संगीत का अद्भुत संगम देखने को मिला। दो दिवसीय इस महोत्सव में लगभग 52 सुर साधकों ने कराओके और लाइव प्रस्तुतियों के साथ नृत्य की रंगारंग झलक दिखाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथि हजारीलाल कुमावत ने माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण से किया। प्रथम प्रस्तुति ईश्वर जैन “कौस्तुभ” ने “जय राधा माधव, जय कुंज बिहारी” भजन से दी, जिससे वातावरण भक्तिमय हो उठा। संयोजक विष्णु वैष्णव ने बताया कि पारदर्शिता बनाए रखने हेतु 43 सुर साधकों के नाम लॉटरी प्रणाली से घोषित किए गए, जिससे हर कलाकार को समान अवसर मिल सका।
सुरों की मंडली के कलाकारों – राजकुमार बापना, एसडी कौशल, उमेश माली, लक्ष्मीकांत गन्धर्व, अजीतसिंह खींची, एसके मेहता, सूर्या वैष्णव, नूतन वेदी, रमेश दतवानी, योगेश उपाध्याय, अशोक जोशी, नरेश शर्मा, सुषमा वर्मा, चेतना जैन, गोपाल गोठवाल, योगेश लोधा, नियति कंठालिया, अरुण चौबीसा, भगवती मेनारिया, पूनम पालीवाल सहित अनेक भजनप्रेमियों ने कराओके ट्रैक पर सुरीली प्रस्तुतियां दीं। वहीं भगवतसिंह हाड़ा एवं श्री बालाजी सत्संग मंडल के मांगीदास, अनिल जांगिड़, अनुराधा, दिनेश, हरिकिशन आदि कलाकारों ने वाद्ययंत्रों के साथ अपनी लाइव प्रस्तुतियों से श्रोताओं का मन मोह लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुरों की मंडली के संस्थापक व संरक्षक मुकेश माधवानी ने की तथा मुख्य अतिथि रामचंद्र वैष्णव रहे। सह-संयोजक ईश्वर जैन “कौस्तुभ” ने स्वागत भाषण दिया। मंच संचालन नूतन वेदी और गोपाल गोठवाल ने किया तथा ट्रैक मैनेजमेंट की जिम्मेदारी योगेश उपाध्याय ने निभाई।
कार्यक्रम का समापन संयोजक विष्णु वैष्णव एवं उनके परिवार द्वारा आभार प्रदर्शन और पंचामृत-प्रसाद वितरण के साथ हुआ। इस अवसर पर वरिष्ठ गायक कैलाश कैवल्या, मधु कैवल्या, केके खंडेलवाल, सुनीता खंडेलवाल, हिम्मत सिंह सिसोदिया, अम्बालाल साहू, हेमा जोशी, राजेश चावला एवं महेंद्र चावला सहित अनेक भजन रसिक उपस्थित रहे।