उदयपुर। सेना में रह कर ही राष्ट्र की सेवा करंे यह जरूरी नहीं हर भारतीय एक सैनिक हैं। हमें इतिहास की जानकारी होना आवश्यक हैं। तभी हम समझ पायेंगे की पूर्व के युद्धों में क्या कमी रही उनसे सबक लेकर ही लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। ये विचार वनांचल शिक्षा समिति द्वारा आयोजित पांच दिवसीय शिक्षकों के प्रशिक्षण वर्ग में आॅपरेशन सिन्दुर विषय पर बोलते हुए उदयपुर निवासी कर्नल गुमानसिंह राव ने वनवासी कल्याण परिषद् के सभागार में शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा।
उन्होंने कहा कि पहलगांव से पूर्व उरी, पुलवामा में भी आतंकियों के द्वारा हमारे धैर्य की परीक्षा लेते हुए निर्दोष लोगों एवं सेना के जवानों को मारा। भारत के इतिहास में यह पहली बार हुआ कि सेनाओं को पूरी छूट दी गई जिसमें स्ण्व्ण्ब्ण् को पार करके भी दुश्मनों को सबक सिखाने के आदेश पारित किये गये और यह गौरव का विषय रहा कि हमने जो लक्ष्य निर्धारित किये थे। उनको पूरी तरीके से सफलतापूर्वक प्राप्त किया।
इस प्रशिक्षण वर्ग में आचार्यों के गुण एवं दायित्व पर श्री वीरेन्द्र पंचोली ने, सप्त बिन्दु पर श्री जगदीश कुलमी, प्रतिवेदन फाॅर्मेट एवं मासिक अभ्यास वर्ग पर मध्य क्षेत्र के क्षेत्रीय शिक्षा आयाम प्रमुख श्री शिरिष जी कोराने, शारिरीक सत्र श्री कुन्ज बिहारी शर्मा ने लिया। कार्यक्रम का संचालन शंकरलाल जी पटेल ने किया।