घोडच को आदर्श गाँव बनाने हेतु सीईओ द्वारा रखी गई विकास कार्यों की नींव

 एचजी और मोइनी फाउंडेशन कराएंगे विकास कार्य
राजसमंद. एच.जी. इन्फ्रा इंजीनियरिंग लिमिटेड की ओर से सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत एच.जी. फ़ाउंडेशन एवं सहयोगी संस्था मोइनी फ़ाउंडेशन द्वारा एच.जी. केयर एडॉप्शन ऑफ़ विलेज प्रोग्राम (एचआरडीपी) के अंतर्गत गाँवों  के चहुमुखी विकास कार्यों, डिजिटल साक्षरता, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए जिले के घोड़च ग्राम पंचायत परिसर में  विकास कार्यों की नींव रखी गयी। निर्माण कार्यों का शुभारंभ राहुल जैन आईएएस – मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद राजसमंद, हुकुम कुंवर – तहसीलदार देलवाड़ा,  सविता टी – बीडीओ, कसनी गमेती – प्रधान पंचायत समिति देलवाड़ा, देवीलाल खटीक – सरपंच घोडच, भगवत सिंह – उप सरपंच, डॉ विजय व्यास – निदेशक मोइनी फाउंडेशन, चर्चित दाधीच – एच जी फाउंडेशन, वार्डपंच व मोइनी फाउन्डेशन के सीनियर मैनेजर मनीष शर्मा, आयुष माहेश्वरी, नेहा पुरोहित और उनकी टीम से मोनिका योगी, लक्की छाबड़ा, सचिन साहू, किरण प्रजापत व कीर्ति चौधरी द्वारा स्थानीय ग्रामीणो की उपस्थिती में किया गया।

डॉ. विजय व्यास ने बताया कि प्रोग्राम का उद्देश्य भविष्यवादी सोच एवं योजनाओं द्वारा समग्र और सतत विकास के माध्यम से गाँव को आदर्श गाँव में बदलना है जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों के अधिकांश लोगों की जीवन की मूलभूत सुविधाएं, सुरक्षित एवं स्वस्थ शिक्षा का वातावरण, सकारात्मक व्यावहारिक बदलाव, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, स्कूल की छवि में सुधार, महिला साक्षरता, कौशल विकास आदि जैसे ढांचागत विकास करना हैऔर प्रोग्राम के तहत प्रस्तावित कार्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया की इस प्रोग्राम के प्रथम चरण में घोड़च को आदर्श ग्राम बनाने के क्रम में सरकारी भवनों एवं विद्यालयों में स्मार्ट क्लास, लाइब्रेरी एवं फर्नीचर, शौचालय निर्माण, पीने के पानी की व्यवस्था, कम्युनिटी लर्निंग सेंटर एवं  बाउन्ड्री वॉल का निर्माण एवं पंचायत भवन, उप स्वास्थ्य केन्द्र मे आवश्यक निर्माण एवं मरम्मत कार्य, रोड़ लाइट आदि कार्य प्रस्तावित है।

एच जी फाउन्डेशन से चर्चित दाधीच ने कंपनी के कार्यों का विवरण देते हुए बताया कि  फाऊंडेशन रूरल डेवलपमेंट, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण, भूख व गरीबी,और पशु कल्याण के क्षेत्र में कार्य कर रही है। साथ ही उन्होंने बताया की पूर्व में इस कार्यक्रम के अंतर्गत उदयपुर, राजसमंद व सिरोही जिलों के 5 गॉंवों को गोद लिया गया था।

निर्माण कार्यों के शुभारंभ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सीईओ जिला परिषद् राहुल जैन ने अपने तत्कालीन कार्यकाल एसडीएम माउंट आबू का ज़िक्र करते हुए बताया कि एच.जी. इन्फ्रा द्वारा पूर्व में एच जी की पाठशाला प्रोग्राम के अंतर्गत सिरोही के जनजातीय छात्रावासों में किए गए कार्यों की सराहना की। उन्होंने ग्रामीण विकास परियोजना के बारे में बताया कि फाउंडेशन द्वारा किये जा रहे विकास कार्यों जैसे शिक्षा, चिकित्सा, रोजगार, खेती-बिजो की ग्रेडिंग , प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, स्वच्छता, कचरा निस्तारण, रोड़ लाइट्स आदि को आज की जरुरत बताया और साथ ही कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी ग्राम वासियों, वार्ड पंचों व विभागीय अधिकारीयों को उचित मार्गदर्शन दिया। अंत में उपसरपंच द्वारा सभी अतिथियों  को धन्यवाद ज्ञापित किया गयज्ञं

आरोग्य समिति राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय नाथद्वारा द्वारा दिनांक 27 जुलाई को आयुर्वेद पंचकर्म चिकित्सा जांच एवं परामर्श शिविर का आयोजन

राजसमन्द 26 जुलाई। आरोग्य समिति राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय नाथद्वारा द्वारा दिनांक 27 जुलाई 2023 को सुबह 10.00 बजे से दोपहर 2.00 बजे तक चिकित्सालय परिसर में आयुर्वेद पंचकर्म चिकित्सा जांच एवं परामर्श का आयोजन किया जाएगा। शिविर प्रभारी डॉ राजेंद्र कुमार जांगिड़ के बताएं अनुसार शिविर में डॉक्टर दिव्य प्रकाश व डॉक्टर गीतांजलि के द्वारा साइटिका दर्द जानु शूल कन्धे दर्द, कमर दर्द, गर्दन दर्द एवम वेरीकोज वेन से पीड़ित रोगियो की जांच कर चिकित्सा परामर्श व दवाइयां वितरित की जाएगी। शिविर में उपरोक्त रोगियों की पंचकर्म चिकित्सा के अन्तर्गत कटी बस्ती क़मर दर्द मे जानुधारा मशीन से घुटनों के दर्द मे ग्रीवा बस्ती सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस में स्नेहन स्वेदन केए माइग्रेन एवम रक्तचाप अनिद्रा मे शिरोधारा एवम रक्तमोक्षण कर्म द्धारा वेरीकोज वेन में उपचार किया जाएगा। रोगी रोग से पीड़ित अपनी पुरानी रिपोर्ट साथ लाए।

कारगिल विजय दिवस का आयोजन

राजसमन्द 26 जुलाई। सेठ रंगलाल कोठारी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजसमंद में मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम के तहत कारगिल विजय दिवस मनाया गया। प्राचार्य निर्मला मीणा ने बताया कि कारगिल विजय दिवस के अवसर पर महाविद्यालय में वृक्षारोपण किया गया ।साथ ही विद्यार्थियों को पंच प्राण शपथ भी दिलवाई गई। प्राचार्य मीणा ने कारगिल विजय दिवस के शहीदों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की एवं विद्यार्थियों से आह्वान किया कि देश सेवा सीमा पर लड़ कर ही नहीं वरन अपने कर्तव्यों के पालन से भी की जा सकती है अतःसभी विद्यार्थियों को अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए, तभी सही अर्थों में राष्ट्र सेवा होगी कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम अधिकारी डॉ विभा शर्मा के द्वारा किया गया जबकि आभार राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ गोपाल लाल कुमावत द्वारा व्यक्त किया गया। इस अवसर पर प्रो सुमन बड़ौला, प्रो दिनेश हंस प्रो. दुर्गेश शर्मा, डॉ महेश चंद्र तिवारी, डॉ. प्रतीक विजय, डॉ मनदीप सिंह, खुशबू,  विजेंद्र कुमार शर्मा, डॉ मीनाक्षी बोहरा, मनोहर सिंह राज पुरोहित एवं सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे।

अटल भू-जल योजना से कृषकों को जल संरक्षण हेतु दिया जायेगा अनुदान

राजसमन्द 26 जुलाई। वर्षा आधारित उच्च उद्याानिकी पद्धति के अन्तर्गत तेजी से गिरते भूजल स्तर पर रोक तथा जल का समुचित उपयोग सुनिश्चित करने के लिये अब मॉडल विकसित किये जायेंगंें। इसके लिये एक ही कृषक को सरकार की ओर से विभिन्न कम्पोनेंनट पर 35.94 लाख रूपये का अनुदान दिया जायेगा।

अटल भू-जल योजनान्तर्गत वर्षा आधारित उच्च उद्यानिकी पद्धति मॉडल तैयार करने के लिये उद्यानिकी विभाग ने एक ब्लॉक का पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चयन किया गया हैं। जिसमें राजसमन्द पंचायत समिति के 33 ग्राम पंचायतें शामिल है।

डॉ. रविन्द्र कुमार वर्मा, उप निदेशक उद्यान राजसमन्द ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत एक किसान उद्यानिकी विभाग की 6 गतिविधियां लगा सकते है। जिसकी कुल लागत का सरकार की ओर से 75 प्रतिशत अनुदान दिया जायेगा। इसे नवाचार के रूप से शुरू किया जा रहा है। इसके लिए विभाग में 31 जुलाई 2023 तक आवेदन किए जा सकते है।

उद्यानिकी विभाग के अनुुसार एक कृषक द्वारा प्लास्टिक लाईनिंग एकल फार्म पॉण्ड, सौर उर्जा संयंत्र स्थापना, सूक्ष्म सिंचाई स्थापना (ड्रिप/मिनी स्प्रिंकलर), प्लास्टिक मल्चिंग, लॉटनल(1000 वर्गमीटर) एवं सुरक्षित संरचना(ग्रीन हाउस/शेडनेट हाउस) लगाने होंगे। इन सब पर अनुमानित लागत 47.92 लाख रू आएगी। जिसमें से सरकार की ओर से 75 प्रतिशत अनुदान 35.94 लाख रू दिया जायेगा।

योजना के तहत कृषक के नाम से एक स्थान पर न्युनतम कृषि योग्य 1 हैक्टेयर जोत भूमि का स्वामित्व होना जरूरी है। वही सह खातेदार की स्थिति मे भी 1 हैक्टयर भूमि उनके हिस्से में होनी चाहिए। एक से अधिक आवेदन आने की स्थिति मे कृषकों का चयन लॉटरी पद्धति द्वारा किया जायेगा।

By Udaipurviews

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