– कलश यात्रा के साथ विष्णु पुराण कथा का शुभारंभ
उदयपुर, 25 जुलाई। इच्छा, प्रयत्न और अनुग्रह इन तीन सूत्रों का जब मिलन होता है तभी सत्संग की प्राप्ति होती है।
यह बात अंतरराष्ट्रीय कथा व्यास पंडित रुद्रदेव त्रिपाठी ने मंगलवार को यहां बड़बड़ेश्वर महादेव मंदिर परिसर में शुरू हुई विष्णु पुराण कथा के शुभारंभ पर कही। कथा के महत्व को समझाते हुए उन्होंने कहा कि सत्संग की प्राप्ति तभी संभव है जब व्यक्ति में सत्संग प्राप्त करने की इच्छा हो, उसके लिए वह पूर्ण प्रयत्न करे और उससे भी अधिक जरूरी है कि उसे संतों का अनुग्रह प्राप्त हो।
कथा के पहले दिन भगवान नारायण बम महादेव के मिलन के प्रसंग का वर्णन हुआ। मुख्य जजमान सुशीला देवी व अशोक अग्रवाल थे।
इससे पूर्व, मंगल कलश यात्रा निकली जो गोवर्धन विलास स्थित पशुपतिनाथ महादेव मंदिर से प्रारंभ हो कर एक बजे बड़बड़ेश्वर महादेव मंदिर पहुंची। माताएं-बहिनें मंगल गीत गाते हुए चलीं। लाखन पूरी खड़ेश्वरी बाबा ने अखाड़ा प्रदर्शन किया।
मीडिया संयोजक मनोज जोशी ने बताया कि बड़बड़ेश्वर महादेव के प्रांगण में दिगम्बर खुशाल भारती महाराज के सानिध्य में चल रहे सनातनी चातुर्मास में मंगलवार से विष्णु पुराण कथा के साथ पंच पुराणों की कथा का क्रम शुरू हो गया है।
इस बीच, नित्य अभिषेक का क्रम भी जारी रहा। सनातनी चातुर्मास के पहले दिन से ही नित्य दोपहर तथा संध्या आरती के बाद भंडारा चल रहा है जिसमें साधु, संन्यासी, अभ्यागत व दर्शन को पधारे श्रद्धालु निःशुल्क सात्विक भोजन प्रसाद प्राप्त कर रहे हैं।