गांधीजी के आदर्शों को आत्मसात करते हुए एकजुटता से आगे बढ़ने की जरूरत-डॉ.व्यास

राष्ट्रीय कौमी एकता कार्यक्रम का हुआ समापन
अहिंसा मार्च, प्रार्थना सभा एवं व्याख्यानों में दिखा गांधीजी के सपनो का भारत
उदयपुर 10 मार्च। शांति एवं अहिंसा विभाग की ओर से उदयपुर में आयोजित राष्ट्र स्तरीय कौमी एकता कार्यक्रम का समापन शुक्रवार को हुआ। कार्यक्रम में पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास ने देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए गांधीवादी विचारकों को इस आयोजन में सहभागिता निभाने की बधाई दी और कहा कि वर्तमान दौर में गांधीजी के आदर्शों को आत्मसात करते हुए एकजुटता के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम सभी को भाईचारे एवं साम्प्रदायिक सौहार्द की भावना रखते हुए राष्ट्रहित में कार्य करना होगा, तभी ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन सार्थक साबित होगा। उन्होंने इस सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन एवं जिला स्तरीय महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के प्रतिनिधियों को बधाई दी और आगे भी ऐसे आयोजनों की आवश्यकता बताई।
प्रदेश का वातावरण बना गांधीमय:शर्मा
शांति एवं अहिंसा विभाग निदेशक मनीष शर्मा ने इस आयोजन के लिए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का आभार जताया और कहा कि मुख्यमंत्री की सकारात्मक सोच एवं प्रयासों से आज प्रदेश में गांधीमय वातावरण बना हुआ है। उन्होंने इस कार्यक्रम में उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महात्मा गांधी के आदर्शों व विचारों से आज की युवा पीढ़ी को प्रेरित होने की आवश्यता है और इसके लिए विभाग की ओर से लगातार प्रभावी प्रयास किए जा रहे है। शर्मा ने विभाग की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गांधी दर्शन को नई पीढ़ी तक पहुँचने के लिए राज्य सरकार के प्रयास सराहनीय है और हमारा कर्तव्य है कि हम गांधी दर्शन को गाँव-गाँव तक लेकर जाएं। शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने गांवों में गांधी दर्शन पहुंचाने के उद्देश्य से 50 हजार महात्मा गांधी सेवा प्रेरकों की घोषणा की है जो ऐतिहासिक कदम है। इसके अलावा 2500 महात्मा गांधी पुस्तकालय की घोषणा भी सराहनीय कदम है। इन प्रयासों से हर व्यक्ति तक गांधी दर्शन पहुंचेगा।
हर व्यक्ति तक पहुंचे अहिंसा का संदेश:कुमार प्रशांत
गांधी विचारक कुमार प्रशांत ने अहिंसा शब्द का अर्थ व महत्व बताते हुए कहा कि गांधी जी के नाम के साथ बहादुरी जुड़ी हुई है, सपने जुड़े हुए है और उन सपनों को पूरा करने की मेहनत जुड़ी हुई है और यहीं प्रेरणा हमे ऐसे आयोजनों से मिलती है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की कार्यशैली की सराहना करते हुए इस प्रकार के आयोजनों को वर्तमान समय में उपयोगी बताया और कहा कि राजस्थान में भाईचारे व साम्प्रदायिक सौहार्द्र का वातावरण एवं शांति कायम रखने के लिए हर वर्ग, जाति व धर्म को एकजुट होकर आगे बढ़ना होगा। उन्होंने देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए गांधीवादी विचारकों से आह्वान किया कि वे ऐसे आयोजनों का उद्देश्य तभी पूर्ण होगा जब आप यहां से प्राप्त संदेश को आमजन तक पहुंचाएंगे और हर वर्ग को प्रेरित करेंगे। उन्होंने कहा कि अमन एवं शांति के लिए भाईचारे की भावना जरूरी है।
उदयपुर अंतरराष्ट्रीय युवा सम्मेलन के लिए तैयार:कलक्टर
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर ने प्रमुख अतिथियों, मुख्य वक्ताओं एवं शांति एवं अहिंसा विभाग के प्रतिनिधियों सहित देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए गांधीवादी विचारकों को शुभकामनाएं दी और आश्वस्त किया कि भविष्य में विभाग की ओर से सर्वहित में ऐसा कोई भी आयोजन होता है तो जिला प्रशासन का पूर्ण सहयोग रहेगा। जिला संयोजक पंकज शर्मा ने दो दिवसीय कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला और सभी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में जिन बातों पर मंथन हुआ है उनका व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए महात्मा गांधी के विचारों को हर वर्ग तक पहुंचाया जाएगा।
जाने-माने वक्ताओं ने दिए व्याख्यान
कार्यक्रम में ऑल इंडिया पीरा मिशन के अध्यक्ष तथा हमारी पंजाबी बिरादरी में कौमी एकता के प्रमुख अध्यक्ष दया सिंह, कश्मीर से कौमी एकता की प्रमुख आवाज एसपी वर्मा, शहीदे आजम भगत सिंह के भांजे प्रो. जगमोहन सिंह, नागरिकता आंदोलन से जुड़े प्राध्यापक आरिश खुदाई खिदमतगार, आरिश मोहम्मद फैजान, गोरखपुर से सम्पूर्ण क्रांति आंदोलन प्रमुख विजय सिन्हा, गांधी विचारक माइकल मार्टिन गुजरात, फैजल खान खिदमतगार, अब्दुल हमीद कश्मीर, कलानंद मणि गोवा सहित अन्य गांधी विचारकों ने देश में कौमी एकता को बढ़ावा देने को लेकर व्याख्यान में अपने विचार प्रस्तुत किए। अंत में सभी प्रतिभाओं को शांति एवं अहिंसा विभाग की ओर से प्रमाण पत्र प्रदान किए गये।
अहिंसा मार्च व प्रार्थना सभा का हुआ आयोजन
राष्ट्र स्तरीय कौमी एकता कार्यक्रम के दूसरे दिन चीरवा टनल के समीप स्थित कार्यक्रम स्थल से फूलों की घाटी तक अहिंसा मार्च का आयोजन हुआ। इस अहिंसा मार्च में राष्ट्रभक्ति गीतों के साथ सभी गांधीवादी विचारक शामिल हुए। तत्पश्चात फूलों की घाटी स्थित महात्मा गांधी स्मृति उद्यान में प्रार्थना सभा का आयोजन हुआ। प्रार्थना सभा में रामघुन के साथ महात्मा गांधी के प्रिय गीतों का गायन हुआ।

By Udaipurviews

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