कलक्टर ने परीक्षा काल में ध्वनि विस्तारकों के उपयोग पर लगाया प्रतिबंध

उदयपुर, 21 फरवरी/जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट ताराचंद मीणा ने विभिन्न बोर्ड एवं विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं के मद्देनजर ध्वनि प्रदूषण की प्रभावी रोकथाम के लिए सम्पूर्ण उदयपुर जिले में रात्रि 10 से सुबह 6 बजे के मध्य ध्वनि विस्तारकों पर पूर्ण रोक के आदेश जारी किए हैं।
कलक्टर मीणा ने राजस्थान कोलाहल नियंत्रण अधिनियम 1963 की धारा 5 एवं नियम 1964 के नियम 4 तथा पर्यावरण (विनिमय व नियंत्रण) नियम 2000 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए ये आदेश जारी किए हैं। उन्होंने बताया कि आदेश सभी नागरिक, विज्ञापनदाता, धार्मिक, सामाजिक एवं राजनैतिक संगठनों पर समान रूप से लागू होंगे। साथ ही विभिन्न विद्यालय अथवा महाविद्यालय जहां परीक्षाएं आयोजित हो रही है वहां भी 150 मीटर की परिधि में दिन में भी ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग निषिद्ध रहेगा।
कलक्टर ने बताया कि इनके अलावा शेष अवधि के लिए कोई व्यक्ति या संगठन इनका उपयोग करना चाहे तो उदयपुर शहर के लिए अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) एवं शेष क्षेत्रों के लिए संबंधित उपखण्ड मजिस्ट्रेट्स से पूर्व में लिखित अनुमति प्राप्त करने के पश्चात ही सीमित अवधि के लिए प्रकरण के गुणावगुण के आधार पर स्वीकृति प्राप्त कर निर्धारित ध्वनि सीमा में ध्वनि विस्तारकों का उपयोग कर सकेंगे।

उदयपुर कलक्टर मीणा आज धन्यवाद बैज से सम्मानित होंगे
उदयपुर 21 फरवरी। पाली के रोहट में आयोजित 18वीं राष्ट्रीय स्काउट गाइड जंबूरी में विशेष योगदान के लिए उदयपुर जिला कलक्टर ताराचंद मीणा को धन्यवाद बैज से सम्मानित किया जाएगा।
भारत स्काउट एंड गाइड के राज्य सचिव डॉ पीसी जैन ने बताया कि जंबूरी में विशेष योगदान के लिए राजस्थान राज्य भारत स्काउट एंड गाइड संगठन की ओर से 22 फरवरी को जयपुर में उदयपुर जिला कलेक्टर  ताराचंद मीणा को माननीय राज्यपाल कलराज मिश्र की गरिमामय उपस्थिति के दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया जाएगा। राष्ट्रीय जंबूरी के आयोजन को भव्य एवं ऐतिहासिक बनाने में उदयपुर जिला कलक्टर का सराहनीय योगदान रहा है।
उन्होंने यह भी बताया कि जंबूरी के सफल व ऐतिहासिक आयोजन में विशेष सहयोग व सेवा प्रदान करने के लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा के 25 अधिकारी, भारतीय पुलिस सेवा के 2 और 5 अन्य को राज्यपाल के मुख्य आतिथ्य में आयोजित सम्मान समारोह में सम्मानित किया जाएगा।
जंबूरी के सफलतम आयोजन में सराहनीय योगदान के लिए राज्य मुख्य आयुक्त निरंजन आर्य ने सभी को बधाई दी है।
उल्लेखनीय है कि 4 से 10 जनवरी तक पाली जिले के रोहट में आयोजित राष्ट्रीय जंबूरी के दौरान देश विदेश से करीब 37 हजार स्काउट गाइड ने भाग लेकर कला एवं संस्कृति का आदान प्रदान किया। वही राष्ट्रीय जंबूरी में उदयपुर जिले से सर्कल ऑर्गेनाइजर विजय लक्ष्मी वर्मा एवं सुरेंद्र कुमार पांडे की अगुवाई में 430 स्काउट गाइड के दल ने शिरकत की थी।

अफ्रिकन स्वाइन फिवर के प्रति विभाग हुआ सतर्क
उदयपुर, 21 फरवरी। वर्तमान में राज्य में सूअरांे में अफ्रिकन स्वाइन फिवर रोग देखा गया है। संभागीय अतिरिक्त निदेशक डॉ. नेत्रपाल सिंह ने बताया कि उदयपुर संभाग के राजसमंद जिले में भी इस रोग की पुष्टि राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान भोपाल द्वारा की जा चुकी हैं। उन्होंने संभाग की समस्त संस्थाओं को निर्देश दिये है कि अपने क्षे़त्र के सूअर पालकों से नियमित संपर्क बनाए रखें एवं किसी भी प्रकार की असमय मृत्यु की सूचना पर तुंरत संक्रमित पशुआंे का सेम्पल एकत्र कर बीमारी की जांच हेतु जिला रोग निदान केन्द्र को भिजवावे ताकि बिमारी की पुष्टि होने पर रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाया जा सके।
क्षेत्रीय पशु रोग निदान केन्द्र के उपनिदेशक डॉ. शरद अरोड़ा ने बताया कि इस दृष्टि से उदयपुर रोग निदान प्रयोगशाला पूर्ण रूप से सतर्क हो गई है। डॉ.अरोडा ने बताया कि सूअरों का यह रोग विषाणु जनित अत्यन्त संक्रामक रोग है एवं इस रोग का कोई ईलाज नहीं है व टीका भी नहीं है।

By Udaipurviews

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