-यज्ञ विधान में श्रद्धालुओं ने दिव्य हवन सामग्र्री से दी आहुतियां
-हनुमत्पीठ परिसर में हनुमान श्रीविग्रह प्रतिष्ठा सोमवार मध्याह्न में
बांसवाड़ा, 21 जनवरी/गायत्री मण्डल की ओर से पीताम्बरा आश्रम में चल रहे तीन दिवसीय श्रीराम मारुति अनुष्ठान एवं यज्ञ महोत्सव के दूसरे दिन रविवार को पंचदेव उपासना एवं अनुष्ठानों के उपरान्त भैरव, गायत्री एवं अन्य देवी-देवताओं की प्रसन्नता के निमित्त यज्ञ में आहुतियां दी गई।
रविवार को पं. राकेश जोशी के आचार्यत्व में हनुमत्पीठ परिसर में हुए अनुष्ठानों एवं यज्ञ विधान में विशेष रूप से हनुमान सहस्रनामावली एवं हनुमान मंत्रों तथा एकादशी के उपलक्ष्य में श्री विष्णु सहस्रनामावली से यज्ञ किया गया। इनमें गायत्री मण्डल के संरक्षकों पं. जयप्रकाश पण्ड्या, डॉ. दिनेश भट्ट एवं पं. नरहरिकान्त आर. भट्ट, कार्यकारिणी सदस्यों त्रम्बकेश्वर ठाकोर एवं कमलकान्त भट्ट, पीताम्बरा परिषद के सह संयोजक पं. मधुसूदन व्यास, चन्द्रशेखर जोशी सहित मण्डल के सदस्यों ने हिस्सा लिया और यज्ञ में आहुतियां दीं।
अनुष्ठानों एवं यज्ञ पूर्णाहुति के उपरान्त जयप्रकाश पण्ड्या, डॉ. दिनेश भट्ट एवं त्रम्बकेश्वर ठाकोर ने आरती विधान पूर्ण किया और साधकों के साथ श्रीराम विजय मंत्र का संकीर्तन किया।
इससे पूर्व रविवार दोपहर गायत्री मण्डल के मुख्य संरक्षक दिलीप गुप्ता ने स्थापित देवताओं व सर्वतोभद्र मण्डल पीठ पर दीप प्रज्वलन कर द्वितीय दिवस के अनुष्ठानों का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर हनुमत्पूजा महानुष्ठान एवं विनायक, रूद्र, विष्णु, सूर्य एवं देवी पूजा-अर्चना से संबंधित विभिन्न अनुष्ठानों में मण्डल के उपाध्यक्ष मनोहर जोशी, सचिव विनोद शुक्ल, सह सचिव सुभाष भट्ट, पं. पवन पाठक, द्रोमिल त्रिवेदी, हर्षित सोनी आदि साधकों तथा मण्डल के सदस्यों ने हिस्सा लिया और विभिन्न पूजा विधियों को पूर्ण कराया।
पीताम्बरा आश्रम में सोमवार को प्रातः 10.30 बजे से विनायक पूजा से अनुष्ठानों एवं यज्ञ की शुरूआत होगी। इसमें हनुमान सहस्रनाम एवं श्री राम सहस्रनाम से यज्ञ होगा और इसके उपरान्त हनुमत्पीठ परिसर में नवनिर्मित अधिष्ठान पर प्रतिष्ठित हनुमानजी के श्री विग्रह की विशिष्ट पूजा-अर्चना, प्रतिष्ठा यज्ञ पूर्णाहुति, सामूहिक आरती एवं श्रीराम संकीर्तन परिक्रमा के आयोजन होंगे। दोपहर 1.30 बजे दिव्य महाप्रसादम् निर्धारित है।
इस अवसर पर अयोध्या में श्रीराम मन्दिर में श्री राम लला प्रतिष्ठा के समय श्रीराम अनुष्ठान होगा और हनुमान श्रीविग्रह की प्रतिष्ठा की जाएगी।