राजसमंद। जिला परिषद् राजसमंद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी भुवनेश्वर सिंह चौहान ने महासतियों की मादड़ी में महानरेगा के तहत चल रहे कार्यो का निरीक्षण किया एवं मौके पर उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को रिकॉर्ड श्रमिक नियोंजित करने के निर्देश प्रदान कियें।
भुवनेश्वर सिंह चौहान अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने वहां चल रहे नई नाड़ी निर्माण ढह की पाल के पास एवं केर की तलाई गहरी करना कार्यो का निरीक्षण किया एवं निरीक्षण के दौरान मैट से कार्य के बारे मे विस्तृत जानकारी ली, जिसमें चौहान द्वारा जाना गया कि मैट द्वारा श्रमिकों को कैसे काम करवाया जाता है, किस तरह श्रमिकों को टास्क दिया जाता है आदि पर विस्तारपूर्वक जानकारी ली गई।
अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने दिये ये निर्देश
भुवनेश्वर सिंह चौहान ने निरीक्षण के दौरान उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिये की मैट प्रशिक्षित हो एवं कम से कम 10वीं कक्षा तक पढ़ा होना चाहीए, अधिक से अधिक श्रमिकों का नियोजन किया जावें, आधारबैस भुगतान किया जावें एवं भुगतान 7 दिवस में हो जाए यह सुनिश्चित करें, कार्यस्थल पर बच्चों की संख्या 5 से अधिक होने पर आया रखी जावें। नरेगा के समस्त कार्य श्रमिकों के माध्यम से किये जावें, मशीन एवं जेसीबी से कार्य करना नरेगा में प्रतिबंधित है। गर्मियों मंे पर्याप्त पानी व छाया की व्यवस्था की जावें।
भुवनेश्वर सिंह चौहान ने निर्देशित किया की यदि कोई श्रमिक/श्रमिक समुह समय से पूर्व निर्धारित टास्क के अनुसार कार्य पूर्ण कर लेता है तो वह कार्य माप मैट के पास उपलब्ध मस्टरोल में अंकित टास्क प्रपत्र में करवाने के उपरान्त कार्य स्थल छोड़ सकता है अर्थात यदि किसी श्रमिक के द्वारा निर्धारित टास्क 5 घण्टे की कार्यावधि में पूर्ण कर लिया जाता है तो अनावश्यक रूप से कार्यस्थल पर न रोका जावें। कार्यस्थल पर स्वच्छ पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था एवं पंचायत में भामाशाहों के माध्यम से छाछ, निम्बु पानी एवं शरबत आदि की व्यवस्था किये जाने के प्रयास किये जावें। कार्यस्थल पर प्राथमिक उपचार बॉक्स में सामान्य दवाईयां पर्याप्त मात्रा में हों, यह सुनिश्चित करें।
निरीक्षण के दौरान निरजंना कनिष्ठ तकनिकी सहायक, विजय सिंह शक्तावत ग्राम विकास अधिकारी, लेहरूदास पंचायत सहायक, संतु बाई एवं सोहनी गुर्जर मैट उपस्थित रहें।