कुपोषण की जांच के लिए निगरानी उपकरण प्राप्त, समय पर कुपोषण की जांच से सुधार में मिलेगी मदद

उदयपुर 13 नवंबर। जिले में समेकित बाल विकास सेवाओं अंतर्गत 6 से 59 माह आयु वर्ग के बच्चों के पोषण को सुनिश्चित करने हेतु वृद्धि निगरानी एवं पोषण देखभाल समयबद्ध किया जाना आवश्यक है ताकि सही समय पर कुपोषण की पहचान की जा सके। कुपोषण को मापने का मुख्य आधार वजन और ऊंचाई होता है और उनको मापने के लिए अच्छे उपकरणों की नितांत आवश्यकता रहती है।

3175  आंगनवाडी केन्द्रों हेतु वृद्धि निगरानी उपकरणों की सप्लाई

प्रत्येक आंगनवाडी केन्द्रों पर लगभग 50 से 55 बच्चों का नामांकन रहता है तथा उनके स्वास्थ्य की जांच सही तरीके से हो इस चीज को ध्यान में रखते हुए निदेशालय समेकित बाल विकास सेवायें से ग्रोथ मॉनिटरिंग के लिए सम्पूर्ण जिले की 3175  आंगनवाडी केन्द्रों हेतु वृद्धि निगरानी उपकरणों की सप्लाई की जा रही है। वर्तमान में बाल विकास परियोजना फलासिया, गिर्वा एवं उदयपुर शहर में सामग्री प्राप्त की गई है जिसके अन्तर्गत डिजिटल वजन मशीन, सॉल्टर मशीन, इन्फेन्टोमीटर एवं स्टेडियोमीटर आदि प्राप्त हुए हैं।

शेष परियोजनाओं में शीघ्र ही सप्लाई

शेष परियोजनाओं में शीघ्र ही सप्लाई की जाएगी। इन उपकरणों के उपयोग से आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आने वाले लाभार्थी वर्ग (0 से 3 एवं 3 से 6 वर्ष के बच्चे, गर्भवती-धात्री महिलाएं, किशोरी बालिकाओं) के समय समय पर वजन, ऊंचाई मापन में सुविधा होने के साथ ही वृद्धि निगरानी सुचारू संपादित की जा सकेगी।

By Udaipurviews

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