उदयपुर 18 जुलाई / जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय के संघटक उदयपुर स्कूल ऑफ सोशल वर्क की ओर से आयोजित एल्यूमिनाई मीट में बड़ी संख्यॉ में पूर्व विद्यार्थियों ने भाग लेते हुए कॉलेज के अपने पुराने दिनों को याद करते हुए अपनी कामयाबी के संस्मरणों को साझा किया। सभी ने कक्षा कक्ष, हॉस्टल का निरीक्षण किया जहॉ वे बैठकर पढा करते थे। सभी पूर्व विद्यार्थियों का गाजे बाजे के साथ महाविद्यालय परिसर में स्वागत किया गया।
समारोह का शुभारंभ कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत, प्राचार्य डॉ. अवनीश नागर, केन्द्रीय मुख्य श्रम आयुक्त सतीश जोशी, केन्द्रीय अपर श्रम आयुक्त डॉ. आर.जी. मीणा, पूर्व प्राचार्य प्रो. के.के. जैकब, डॉ. राजभांति, डॉ. भारतेंदु नागर, डॉ. शकीलुद्दीन सिद्धीकी, उपाध्यक्ष एम.एल. लोढ़ा ने मॉ सरस्वती की प्रतिमॉ के सम्मुख दीप प्रज्जवलित व प्रतापनगर परिसर में स्थापित संस्थापक जनुभाई की आदमकद प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया। अतिथियों द्वारा महाविद्यालय में एल्युमिनाई कक्ष व आर.ओे. प्लांट का फीता काट कर शुभारंभ किया। दिन भर चले कार्यक्रम में पूर्व विद्यार्थियों ने संस्था के विकास एवं शैक्षणिक उन्नयन के संदर्भ में अपने सुझाव दिये।
प्रो. सारंगदेवोत ने पूर्व विद्यार्थियों को उपरणा, स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित करते हुए कहा कि गुरू शिष्य का सम्बंध आजीवन रहता है, संस्थान से पढ़ चुके विद्यार्थी संस्था का गौरव, ताकत, अभिमान व हमारे मार्गदर्शक है, आप ही के माध्यम से हम आगे बढ पा रहे है। संस्था से निकले छात्र देश के कई ख्यातनाम पदों पर आसीन हो अपने परिवार व संस्था का का गौरव बढा रहे है, आपसे ही भावी युवा विद्यार्थियों को प्रेरणा मिलेगी। इन्होनंे विभिन्न क्षेत्रों में सफलता हासिल कर हमारा मान बढाया है। उन्होने कहा कि आप किसी भी क्षेत्र में कार्य करें अपनी संस्कृति, सभ्यता को न भूले और ऐसा कार्य करे जिससे अपना, अपने परिवार, देश का नाम रोशन हो। जीवन में देने की प्रवृत्ति रखे और हो अपनी हैसियत के अनुसार असहाय व्यक्तियों की सेवा कर उसे आगे बढाने का कार्य भी करे।
केन्द्रीय श्रम आयुक्त सतीश जोशी ने कहा कि श्रम विभाग के रोजगार के कई अवसर है, पूरी ईमानादारी के साथ इस ओर अपना केरियर बनाये। सकारात्मक विचार से ही जीवन में सफलता मिलती है।
प्रारंभ में अतिथियेां का स्वागत करते हुए डॉ. अवनीश नागर ने बताया कि एज्युमिनाई मीट में 1962 बेच के नारायण बंधु, 1963 बेच के एस.एस. शक्तावत, 1977 बेच के मोहन बाजपेई, 1986 बेच के डॉ.आरजी मीणा, राकेश लढ्ढा, 1981 बेच के आरएस यादव, 1969 बेच क मदन लाल लोढा, 1992 डॉ. सुनील दईया, 1977 बेच के निरंजन शर्मा, 1985 बेच के आदर्श चतुर्वेदी, 1985 बेच के सुब्रतो घोष, सुरेन्द्र सिंह चारण, गजेन्द्र तंवर सहित राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र के 150 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
समारोह की सफलता के लिए डॉ. लाल राम जाट, डॉ. नवल सिंह राजपूत, डॉ. सुनील चौधरी, नवनीत औदिच्य, डॉ. पॉयस प्रिंस सहित कार्यकर्ताओं ने अपना सहयोग दिया।
संचालन डॉ. सीता गुर्जर ने किया जबकि आभार डॉ. विनिता श्रीवास्तव ने दिया।