कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे -डॉ. बी. डी. कल्ला
उदयपुर, 28 मई। शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश के प्रत्येक बच्चे को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा देने हेतु कटिबद्ध है एवं इसके लिए लागू योजनाओं का धरातल पर प्रभावी क्रियान्वयन करना हम सभी का कर्तव्य है। शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला शनिवार को उदयपुर सर्किट हाउस में दोपहर उदयपुर एवं डूंगरपुर जिलों के शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर सरकार द्वारा छात्र-छात्राओं हेतु चलाई जा रही योजनाओं की समीक्षा कर अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे। इस दौरान जिला कलक्टर ताराचंद मीणा, एसआईईआरटी निदेशक प्रियंका जोधावत, संयुक्त निदेशक (शिक्षा), डूंगरपुर एवं उदयपुर मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, डाईट प्रिंसिपल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों की स्थिति जानी
मंत्री कल्ला ने बैठक में दोनों ही जिलों में शिक्षा की वर्तमान स्थिति, यहाँ किए जा रहे नवाचारों एवं फ्लैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने उदयपुर और डूंगरपुर जिलों में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों की वर्तमान प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों से रिपोर्ट ली एवं इन विद्यालयों में उच्च गुणवत्ता की शिक्षा छात्र-छात्राओं को देने के निर्देश दिए। नामांकन की समीक्षा करते हुए मंत्री कल्ला ने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारी सकारात्मक प्रयासों से विद्यालयों में नामांकन बढ़ाने हेतु प्रयास करें। इसके अलावा उन्होंने राज्य सरकार द्वारा संचालित अन्य विभागों की योजनाओं से भी विद्यालयों में आने वाले विद्यार्थियों को अवगत कराने हेतु कहा, जिससे कि अधिकाधिक परिवार लाभान्वित हो सकें।
कोई बालक शिक्षा से वंचित न रहे -डॉ. बी. डी. कल्ला
शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने बैठक में कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के हर बच्चे को शिक्षा से जोड़ने एवं उसके चंहुमुखी विकास हेतु कटिबद्ध है, ऐसे में यह हम सभी का कर्तव्य है कि कोई भी बालक शिक्षा से वंचित नहीं रहे। इसके लिए उन्होंने ड्राप आउट बच्चों को विशेष रूप से शिक्षा से जोड़ने के निर्देश दिए। बैठक में डूंगरपुर और उदयपुर की समस्त शैक्षिक गतिविधियों का अधिकारियों ने पूरी तरह ब्रीफ किया। बैठक में दोनों जिलों के विद्यालयों के परीक्षा परिणाम, समग्र शिक्षा के तहत जारी होने वाली रैंकिंग में उदयपुर के दसवें स्थान पर आने एवं रैंकिंग को और बेहतर करने पर चर्चा हुई। शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने बैठक में कहा कि अधिकारी शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार करें जिससे कि अधिकाधिक बच्चे शिक्षा से जुड़ सकें। बैठक के बाद मंत्री कल्ला ने शोधसारिता पुस्तक का विमोचन भी किया।