अब वोटर हेल्पलाइन एप से भी वोटर आईडी को जोड़ सकते हैं आधार से –एडीएम बुनकर
उदयपुर 22 अगस्त। निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदाता सूचियों को आधार से लिंक करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत मतदाताओं की आधार संख्या को वोटर आईडी से ऑनलाइन लिंक कराने का कार्यक्रम 1 अगस्त से प्रारंभ हो चुका है।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी और एडीएम (प्रशासन) ओ पी बुनकर ने सोमवार को प्रेस वार्ता कर आमजन से अपने वोटर आईडी को आधार कार्ड से जोड़ने के लिए बीएलओ को सहयोग करने का आह्वान किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि मतदाता स्वयं भी मोबाईल से वोटर हेल्पलाइन एप डाउनलोड कर वोटर आईडी को आधार कार्ड से लिंक कर सकते हैं। किसी को अगर वोटर आईडी का नंबर याद नहीं है, तो इस एप पर सर्च ऑप्शन में जाकर अपना नाम डाल कर वोटर आईडी का नंबर भी सर्च कर सकते हैं। उन्होंने प्रेस वार्ता के दौरान मौजूद पत्रकारों के वोटर आईडी भी आधार से मौके पर लिंक करवाए और प्रक्रिया की जानकारी दी। पूरी प्रक्रिया में महज़ दो मिनट लगे और वोटर आईडी और आधार लिंक हो गए।
वोटर हेल्पलाइन ऐप से इस तरह वोटर आईडी और आधार को करें लिंक
मतदाता अपने वोटर आईडी को आधार कार्ड से स्वैच्छिक आधार पर वोटर हेल्पलाइन एप से भी लिंक कर सकते हैं। इसके लिए अपने मोबाइल में प्ले स्टोर से वोटर हेल्पलाइन एप डाउनलोड करना होगा। एप डाउनलोड करने के बाद इसे ओपन करके वोटर रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करें। यहां इलेक्टोरल ऑथेंटिकेशन फॉर्म 6 बी पर टैप करें। इसके पश्चात अपना मोबाइल नंबर और ओटीपी डाल कर अगली स्क्रीन की ओर जाएं। यहां अपना वोटर आईडी नंबर डालकर नेक्स्ट पर क्लिक करें एवं अपना आधार कार्ड नंबर एवं अन्य आवश्यक जानकारी भर के कंफर्म पर टेप करें। इसके बाद आवेदन सबमिट हो जाएगा। इस प्रकार आमजन स्वयं भी आधार कार्ड को वोटर आईडी से लिंक करने के लिए अपना आवेदन ऑनलाइन एप्लीकेशन के माध्यम से सबमिट कर सकते हैं।
आधार कार्ड को वोटर आईडी से लिंक करना है बिलकुल सुरक्षित –एडीएम
एडीएम ओ पी बुनकर ने स्पष्ट किया है कि वोटर आईडी से आधार कार्ड लिंक कराने में आमजन को बिलकुल भी घबराने की जरूरत नहीं है। आधार कार्ड को वोटर आईडी से लिंक करना एकदम सुरक्षित है और इससे किसी भी प्रकार से बेंक खाते या अन्य जानकारी खतरे में नहीं पड़ेगी। उन्होंने आमजन से इस अभियान में प्रशासन को सहयोग करने की अपील की है। मतदाता के नाम का दोहराव और अन्य गड़बड़ियों पर अंकुश लगाने के लिए आधार नम्बर को मतदाता पहचान पत्र से जोड़ा जा रहा है, जिसके लिए मतदाता स्वेच्छा से अपना आधार नंबर दे सकते हैं। आधार नम्बर न होने से ना तो मतदाता सूची से किसी का नाम काटा जाएगा और न ही जोडने में कोई बाधा आएगी। इसके साथ ही मतदाताओं के आधार नम्बर की गोपनीयता रखी जाएगी।
वोटर आईडी को आधार कार्ड से लिंक करने के लिए लगेंगे विशेष शिविर
मतदाता सूची के विवरण को आधार से जोड़ने और प्रमाणीकरण के लिए स्वैच्छिक आधार पर मतदाताओं से आधार डाटा का संग्रह करने के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा विशेष शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। अगस्त माह में 21 अगस्त को शिविर का आयोजन हुआ है। अब इसी प्रकार से सितम्बर में 4 सितम्बर और 18 सितम्बर, अक्टूबर माह में 9 अक्टूबर और 16 अक्टूबर, नवम्बर माह में 13 नवम्बर और 27 नवम्बर, दिसंबर माह में 11 दिसंबर और 25 दिसंबर को विशेष शिविर लगेंगे। शिविरों में सम्बंधित बीएलओ उपस्थित रह कर आधार लिंक करने का कार्य संपन्न कराएंगे।