क्वालिटी एज्यूकेशन व रिसर्च पर हो फोकस – प्रो. सारंगदेवोत

विद्यापीठ – रिसर्च व एकेडमिक कौन्सिल की बैठक सम्पन्न
देश विदेश के 25 एमओयू को दी स्वीकृति
विद्यापीठ एवं आईआईटी कानपुर के बीच हुआ एममोयू, कई नये पाठ्यक्रमों को संचालित करने की दी स्वीकृति

उदयपुर 28 अगस्त / जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय की एकेडमिक कौन्सिल की बैठक मंगलवार को प्रतापनगर स्थित कुलपति सचिवालय के सभागार में कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में संस्थान द्वारा छात्रों के शैक्षणिक एवं फैकल्टीज के अकादमिक विकास के लिए देश, विदेश की विभिन्न संस्थान व विश्वविद्यालयों से किये गये एमओयू को स्वीकृति दी गई। इसी सत्र से कई नये स्कील आधारित पाठ्यक्रमों को संचालित करने की स्वीकृति दी गई। प्रतापनगर परिसर में स्कूल ऑफ लेग्वेज की स्थापना की जायेगी जिसमें देशी व विदेशी भाषाओं का अध्ययन कराया जायेगा। उन्होेने बताया कि संस्थान के साहित्य संस्थान द्वारा सन् 2000 से विद्यार्थियों को फ्रेंच व जर्मन भाषाओं का अध्ययन कराया जा रहा है। युवाओं को भारतीय संस्कृति एवं परम्पराओं से अवगत कराने के उद्देश्य से वेद अध्ययन, संस्कृत सम्भाषण में प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम प्रारंभ किया जायेगा। प्रख्यात इतिहासकार, शिक्षाविद्, लेखक, कला संस्कृति व लोक कला के मर्मज्ञ स्व. डॉ. महेन्द्र सिंह नगर की स्मृति में डॉ. महेन्द्र सिंह नगर चेरिटेबल ट्रस्ट व विद्यापीठ के संयुक्त तत्वावधान में व्याख्यानमाला व संगोष्ठियों का आयोजन किया जायेगा। भारत सरकार की स्वयम पोर्टल के पाठ्यक्रमों को विश्वविद्यालय के सेलेबस से जोडते हुए उन्हे च्योईस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम में शामिल किया जायेगा। मातृ भाषा व क्षेत्रीय  भाषाओं में पुस्तके व विडियों तैयार कर ऑन लाईन पोर्टल पर अपलॉड किया जायेगा।

आईआईटी कानुपर व विद्यापीठ के बीच हुआ एमओयू :-

छात्रों के शैक्षणिक एवं फैकल्टीज के अकादमिक विकास के लिए राजस्थान विद्यापीठ व आईआईटी कानपुर के बीच एमओयू हुआ जिसमें कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत, आईआईटी के प्रो. बी.वी. फानी ने हस्ताक्षर किए। प्रो. सारंगदेवेात ने बताया कि आईआईटी कानपुर  से एमओयू करने वाला विद्यापीठ संभाग का पहना विश्वविद्यालय है।
यह एमओयू पांच वर्षो के लिए होगा जिसके अन्तर्गत छात्रों के लिए एक्सपर्ट लेक्चर्स, समर टेªनिंग, स्पेशन वर्कशॉप का आयोजन किया जायेगा। फैकल्टी के अकादमिक व तकनीकी विकास के लिए दोनो के बीच आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डीप लर्निंग, बिग डेटा, ब्लॉकचेन, साइबर सिक्योरिटी जैसे नवीनतम विषयों पर फैकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम आयोजित किए जायेंगे।

इन पाठ्यक्रमों को प्रारंभ करने की मिली स्वीकृति:-

प्रो. सारंगदेवोत ने बताया कि लोकमान्य तिलक शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रमों में सत्र 2022-23 से सेमेस्टर प्रणाली लागू करने व एड ऑन पाठ्यक्रमों को शुरू करने, शिक्षा विभाग माश्रम में संचालित बी.ए. बीएड/ बी.एस.सी. बीएड पाठ्यक्रमों में सेमेस्टर प्रणाली लागू करने, विज्ञान संकाय के थर्ड सेमेस्टर में फूड एनॉलिटिकल लागू करने, समाजशास्त्र विभाग में सेनिटेशन एवं मॉडर्न सोसाईटी, , हिन्दी विभाग में 15 दिवसीय लेखन, कौशल एवं भाषा दक्षता का एड ऑन कोर्स शुरू करने  की स्वीकृति दी गई।

बैठक में रजिस्ट्रार डॉ. हेमशंकर दाधीच, विशेष आमंत्रित सदस्य डॉ. करूणा सिंह, कोटा विवि की निदेशक डॉ. रश्मि बोहरा,  पीजी डीन प्रो. जीएम मेहता, प्रो. गजेन्द्र माथुर, प्रो. सरोज गर्ग, प्रो. सुमन पामेचा, प्रो. जीवन सिंह खरकवाल, प्रो. मलय पानेरी, डॉ. पारस जैन, डॉ. भवानी पाल सिंह राठौड, डा. अवनीश नागर, डॉ. दिलीप सिंह चौहान, डा. रचना राठौड, डॉ. अमी राठौड, डॉ. शैलेन्द्र मेहता, डॉ. बलिदान जैन,  डॉ. डा. सपना श्रीमाली, डॉ. तरूण श्रीमाली, डॉ. मानसिंह चुण्डावत, डॉ. मनीष श्रीमाली, डा. भारत सिंह देवडा, डा. भूरालाल श्रीमाली, डॉ. लीली जैन, डा. अपर्णा श्रीवास्तव, डॉ. प्रज्ञा भटट्, डा. सुनिता मुर्डिया, डा. अमिया गोस्वामी, डा. राजन सूद, डा. अलख नंदा, डा. हेमेन्द्र चौधरी, डॉ. चन्द्रेश छतलानी, डॉ. युवराज सिंह राठौड, डा. अजितारानी, डॉ. संतोष लाम्बा,  डा. कुल शेखर व्यास सहित डीन, डायरेक्टर व विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।

By Udaipurviews

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Related Posts

error: Content is protected !!