उदयपुर, 23 अगस्त। पशुओं की सुरक्षा एवं उनमें फैलने वाले संक्रमण से बचाव के लिए पशुपालन विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ. भूपेन्द्र भारद्वाज ने जिले के समस्त नोडल अधिकारियों की बैठक ली। डॉ. भारद्वाज ने पशुपालकों से आह्वान भी किया कि वे वर्तमान में किसी भी पशु का क्रय-विक्रय बिलकुल नहीं करें। बीमारी की रोकथाम के लिये जनसहभागिता का होना नितान्त आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि पशुओं से संक्रमित गांव मे स्थानीय प्रशासन एवं जन सहयोग से पृथक्करण केन्द्र की स्थानपा आज ही करना सुनिश्चित करें। संक्रमित पशुओं की दर कम करने के लिए उन्हें रोकथाम उपायों पर ज्यादा जोर देना होगा। अपने-अपने क्षेत्र में कृषि, मेडिकल विभागों से सहयोग कर मच्छर उन्मूलन कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करायें एवं अपने स्तर पर बाह्य परजीवियों का उपचार करें। पशुओं के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगाए।
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. सूर्यप्रकाश त्रिवेदी ने बताया कि उदयपुर दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड की ओर से इस रोग से बचाव हेतु 1 लाख 20 हजार पशुओं की टीका की खुराक प्राप्त हुई है। इन टीकों की जिले के विभिन्न क्षेत्रों में आपूर्ति कर दी गई है।