लंपी स्कीन बीमारी से पशुधन को बचाने में भामाशाह कर सकते है सहयोग

मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा होगी राशि
उदयपुर 25 अगस्त। राज्य सरकार के दिशा-निर्देशानुसार पशुओं को लंपी स्कीन बीमारी से बचाने तथा रोग ग्रस्त पशुओं का इलाज करने के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष द्वारा एक खाता संचालित किया जा रहा है जिसमें कोई भी भामाशाह तथा दानदाता राशि जमा करा कर पुण्य कमा सकता है। आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रभारी अधिकारी एवं एडीएम प्रशासन ओ.पी.बुनकर ने बताया कि इच्छुक व्यक्ति मुख्यमंत्री सहायता कोष के अंतर्गत निर्धारित खाता  Raj. CMRF Lumpy Skin Disease Mitigation Fund Account है तथा खाता संख्या 41180075428 है जिसका आईएफएससी कोड SBIN0031031 तथा बैंक का नाम स्टेट बैंक ऑफ इंडिया सचिवालय शाखा जयपुर है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में लंपी स्किन बीमारी से प्रभावित पशुओं के लिए राजस्थान मुख्यमंत्री सहायता कोष के अंतर्गत विभिन्न माध्यमों से प्राप्त सहायता राशि का उपयोग करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। जिसके तहत राज्य में इस बीमारी से प्रभावित पशुओं के उपचार के लिए दवाइयां टीकाकरण रोग की रोकथाम जागरूकता के लिए प्रचार प्रसार बीमार पशुओं की चिकित्सा के लिए कार्मिकों को परिवहन सुविधा संक्रमण का नियंत्रण एवं अन्य चिकित्सकीय आवश्यकता के लिए जो कि पशुपालन विभाग के स्तर पर उपलब्ध नहीं हो अथवा अतिरिक्त राशि की आवश्यकता होने की स्थिति में जिला कलेक्टर की मांग पर इस रिलीफ फंड से राशि उपलब्ध कराई जा सकेगी। इसके अलावा इस बीमारी से मृत पशुओं के परिवहन हेतु आवश्यकता होने पर राशि का उपयोग भी किया जा सकेगा तथा विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के अंतर्गत विधायक की अनुशंसा पर संबंधित विधानसभा क्षेत्र के प्रभावित पशुओं को निरोगी रखने के लिए इस राशि का उपयोग किया जाएगा। जिले में दानदाताओं द्वारा मांग की जाती है कि उनके द्वारा दी गई राशि को उनके उचित स्थान पर रही काम में लिया जाए ऐसे प्रस्तावों पर खाते में राशि जमा होने के सत्यापन के पश्चात जिला कलेक्टर को दानदाताओं के उचित स्थान पर राशि का उपयोग करने के लिए निर्देश प्रदान किए गए हैं। मुख्यमंत्री द्वारा लंपी स्कीन बीमारी से प्रभावित पशुओं के लिए आवश्यकता होने पर परिस्थितिजन्य आधार पर इन मदों के अतिरिक्त भी अन्य मदों में सहायता स्वीकृत की जा सकेगी। राशि का नियम अनुसार लेखा संधारण किया जाकर कार्य समाप्ति के उपरांत उपयोगिता प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया जाएगा।

By Udaipurviews

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