विद्यार्थियों को किया प्रोत्साहित, कहा-दुनिया में कला अमर है
उदयपुर 9 जुलाई। शहर के जाने माने वास्तुकार सुनील लड्ढा ने कहा है कि दुनिया में हर चीज नाशवान है, सिर्फ कला ही अमर है। ऐसे में हर व्यक्ति को किसी न किसी कला में अपना हुनर आजमाते हुए इसकी कद्र करनी चाहिए।
लड्ढा मुख्यमंत्री बजट घोषणा के तहत हर शनिवार को आयोजित हो रहे नो बैग डे के तहत राउमावि वरड़ा में आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे।
इस दौरान उन्होंने कला को आत्मिक आनंद का विषय बताया और विभिन्न कलाओं का परिचय देते हुए वास्तुकला के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने वास्तुशिल्प की बारीकियों और इसके माध्यम से उन्होंने पाए मुकाम की जानकारी देते हुए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया।
आरंभ में विद्यालय के सृजनधर्मी शिक्षक हेमंत जोशी ने लड्ढा का स्वागत किया और नो बैग डे के तहत विद्यालय में हर शनिवार आयोजित होने वाली गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने विद्यालय में राउंड टेबल और अन्य सहयोगी संस्थाओं के माध्यम से कक्षा-कक्षों के वास्तु वैशिट्य की जानकारी दी और इसे जिले में अनोखा कलात्मक विद्यालय बताया। लड्ढा ने भी विद्यालय के भौतिक स्वरूप की सराहना की और इसे विद्यार्थियों के लिए बेहतर शैक्षिक वातावरण मुहैया करवाने वाला विद्यालय बताया।
कार्यक्रम का संचालन विद्यालय प्रभारी संगीता चौधरी ने किया। आभार प्रदर्शन की रस्म भूमिका भावसार ने अदा की।
रोमांचित हो उठे विद्यार्थी:
लड्ढा ने कहा कि किसी भी कला में हर व्यक्ति को संकल्प, सार्थक प्रयास, समय और समर्पण देने की बड़ी जरूरत है, इसके अभाव में किसी भी कला में पारंगत होना असंभव सा ही है। उन्होंने मेवाड़ में वास्तुशिल्प के नायाब उदाहरणों के बारे में जानकारी देते हुए जब एक-एक शिल्प की बारीकियों को उद्घाटित किया तो विद्यार्थी रोमांचित हो उठे।