उदयपुर, 03 अगस्त। माणिक्यलाल वर्मा आदिम जाति शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान उदयपुर द्वारा राजस्थान के जनजाति समुदायों के सर्वांगीण विकास के लिए सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक एवं शैक्षणिक उन्नयन से संबंधित उपयोगी शोध कार्यों की मौलिक पाण्डुलिपियों को प्रतिष्ठित प्रकाशकों-मुद्रकों से प्रकाशित करवाने के लिए प्रकाशन सहायता योजनान्तर्गत आवेदन पत्र 30 सितंबर तक आमंत्रित किये गये हैं।
टीआरआई निदेशक एम.एल.चौहान ने बताया कि आवेदक सादे कागज पर प्रकाशित करवाई जाने वाली पाण्डुलिपि मय सारांश (अधिकतम 2000 शब्द), संपर्क सूत्र, पाण्डुलिपि की मौलिकता के प्रमाण पत्र संस्थान में कार्यालय समय में निर्धारित अवधि तक प्रस्तुत कर सकते हैं। साथ ही प्रकाशन की पूर्ण योजनाए प्रकाशन हेतु प्रतियों की संख्या, प्रतिष्ठित प्रकाशक व मुद्रक का नाम और पत्ता, कागज की किस्म, आवरण सज्जा, प्रकाशन की अनुमानित लागत (प्रकाशक का कोटेशन) एवं प्रकाशन में लगने वाला समय, पुस्तक का टाईटल आदि का समग्र विवरण प्रस्तुत करना होगा।
ग्रंथ प्रकाशन की वित्तीय सहायता के लिए आवेदन आमंत्रित
