उदयपुर सहित कोटा, जयपुर, जोधपुर व अलवर जिलों में वायु प्रदूषण रोकने पर हुई चर्चा
शत-प्रतिशत वायु प्रदूषण मुक्त हो लेकसिटी-नरेश पाल गंगवार
उदयपुर, 8 जून। भारत सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव नरेश पाल गंगवार ने बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में वीडियो कॉन्फ्रेंस ली। बैठक में प्रमुख शासन सचिव शिखर अग्रवाल सहित उदयपुर जिले सहित कोटा, जयपुर, जोधपुर व अलवर जिलों के कलक्टर, नगर निगम आयुक्त यूआईटी सचिव, रिको, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं प्रतिनिधि जुड़े रहे।
नरेश पाल गंगवार ने इन सभी जिलों में वायु प्रदूषण को रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों एवं स्वच्छता व पर्यावरण संरक्षण के लिए प्राप्त होने वाले बजट के सदुपयोग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि उदयपुर पर्यटन की दृष्टि से विश्व में अपना विशिष्ट स्थान रखता है और यहां स्मार्ट सिटी के तहत कई विकास कार्य हुए है ऐसे में लेकसिटी के सौंदर्य को बनाए रखते हुए यहां स्वच्छता के विभिन्न मापदंडों के तहत विशेष ध्यान रखा जाए।
प्रारंभ में जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने अतिरिक्त मुख्य सचिव का स्वागत करते हुए उदयपुर में पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों के साथ प्रदूषण नियंत्रण के लिए समय-समय पर आयोजित गतिविधियों एवं स्वच्छता प्रबंधन के बारे में सदन को अवगत कराया।
बैठक से जुड़े नगर निगम, यूआईटी व रीको के अधिकारियों प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए संबंधित इकाइयों एवं निकाय क्षेत्रों में प्रदूषण नियंत्रण के लिए किये गये कार्यों की जानकारी ली और कहा कि इसके लिए जो बजट हमारे स्तर पर आपको उपलब्ध कराया जा रहा है उसका समय पर उपयोग सुनिश्चित करते हुए उसकी यूसी समय पर भिजवाने के निर्देश दिए। नगर निगम एवं यूआईटी को सॉलिट वेस्ट निस्तारण के दौरान पर्यावरण संतुलन का पूरा ध्यान रखने एवं अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करने के निर्देश दिए। वहीं उन्होंने निर्देश दिए कि सड़कों के किनारे स्वच्छता बनी रहे और औद्योगिक इकाइयों में प्रदूषण नियंत्रण के लिए प्रभावी प्रयास करें।
उन्होंने परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अत्यधिक प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर प्रतिबंध लगाते हुए उन पर कार्रवाई की जाए। वहीं शहर में पर्यावरण संतुलन को कायम रखने हेतु सीएनजी एवं इलेक्ट्रिक वाहनों के संचालन के निर्देश दिये।
रीको के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि औद्योगिक क्षेत्रों से उत्पन्न वायु प्रदूषण में सबसे ज्यादा हिस्सा सड़कों से उड़ने वाली डस्ट का है अतः सड़कों की मरम्मत की जाए तथा सड़कों के किनारों को पक्का किया जाए तथा पानी का छिडकाव किया जाए अथवा मैकेनिकल स्वीपर लगवाया जाए। औद्योगिक क्षेत्रों से वायु प्रदूषण को रोकने की जिम्मेदारी रिको की होगीं।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड करें कार्रवाई
अतिरिक्त सचिव नरेश पाल गंगवार ने सभी जिलों के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने क्षेत्र में समय समय पर प्रदूषण नियंत्रण के लिए प्रभावी कार्रवाई करें। बैठक में राजस्थान राज्य प्रदूषण मंडल क्षेत्रीय कार्यालय के संभागीय अधिकारी शरद सक्सेना को निर्देश दिए कि उदयपुर में प्रदूषण को रोकने एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए पब्लिक को जागरूक करने वाले कार्यक्रमों का आयोजन करे एवं प्रदूषण फैलाने वालों पर पेनाल्टी लगाने सहित नियमानुसार कार्यवाही करें।
जागरूकता वाहन को किया रवाना
इस अवसर पर अतिरिक्त सचिव गंगवार ने कलेक्ट्रेट परिसर से पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते एवं प्रदूषण मुक्ति के लिए प्रेरित करते जागरूकता वाहन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर जिला कलक्टर ताराचंद मीणा भी उपस्थित रहे। शरद सक्सेना ने बताया कि ये वाहन शहर के 6 प्रमुख स्थानों पर वायु गुणवत्ता जांच ऑनलाइन करेगा तथा वाहन में लगे बोर्ड पर इसके परिणाम सतत रूप से दशाएं जाएगे।