फाउंडेशन के सभी पदाधिकारी एवं सदस्य, संगठन व समाज के बीच की कड़ी का काम करें और समाज को सफलता के नए-पायदान पर ले जावे : नरेंद्र पालीवाल ( प्रदेशाध्यक्ष विप्र फाउंडेशन)
विप्र फाउंडेशन के 15 दिवसीय ब्रह्म कर्म और संस्कार शिविर का समापन
उदयपुर 2 जून. विप्र फाउंडेशन की प्रदेश व उदयपुर जिला इकाई के तत्वाधान में आयोजित 15 दिवसीय ब्रह्म कर्म और संस्कार शिविर का आज निंबार्क शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय उदयपुर में समापन हुआ । 15 दिवसीय शिविर में सभी आयु वर्ग कुल 120 बालक बालिकाओ एवं विप्र महिला पुरुषों ने ब्रह्म कर्म, ज्योतिष विद्या , वास्तु विद्या आदि विभिन्न कैटेगरी में गहन प्रशिक्षण प्राप्त किया। साथ ही शिविर में सनातन संस्कृति के बारे में अनेक शिक्षाएं दी गई समापन समारोह के मुख्य अतिथि निंबार्क के महंत रास बिहारी शरण शास्त्री थे । समारोह की अध्यक्षता विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय संरक्षक एवं पूर्व विधायक धर्म नारायण जोशी ने की। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि विप्र फाउंडेशन के नव निर्वाचित राष्ट्रीय महामंत्री के के शर्मा, राष्ट्रीय सचिव प्रमोद पालीवाल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधेश्याम सिखवाल, विप्र फाउंडेशन के प्रदेश (जॉन 1-ए) के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र पालीवाल, राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य लक्ष्मीकांत वैष्णव, कृष्णकांत शर्मा ,प्रदेश महामंत्री राकेश जोशी, प्रदेश उपाध्यक्ष भरत जोशी, प्रदेश संगठन मंत्री राजेश पालीवाल, विप्र फाउंडेशन युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश महामंत्री जसपाल नागदा ,प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश मेनारिया, शहर जिला अध्यक्ष राजकुमार मेनारिया, पालीवाल महासभा के कार्यवाहक अध्यक्ष केशु लाल पालीवाल थे । विप्र फाउंडेशन के देहात पूर्वी जिला मीडिया प्रभारी गोपाल मेहता मेनारिया ने बताया कि इस अवसर पर पूर्वी देहात जिला के महामंत्री प्रेम शंकर रामावत, विप्र फाउंडेशन के तहसील महामंत्री मांगीलाल सिंगावत समारोह में शामिल हुए और नव पदाधिकारीयो का शॉल ओडाकर स्वागत अभिनंदन किया। प्रशिक्षण शिविर के मुख्य आचार्य पदम कुमार शर्मा के निर्देशन में अनेक आचार्य के द्वारा प्रशिक्षणर्थियों को प्रशिक्षण दिया गया । मुख्य आचार्य पदम कुमार शर्मा द्वारा पिछले 15 वर्षों से निशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस अवसर पर विप्र फाउंडेशन की जिला इकाई द्वारा सभी नव निर्वाचित राष्ट्रीय एवं प्रदेश एवं युवा प्रकोष्ठ कार्यकारिणी के नवनिर्वाचित पदाधिकारीयो का पाग, ऊपरना और शॉल ओड़ा कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर मुख्य आचार्य पदम कुमार शर्मा , सह आचार्य सुंदरलाल , महिला प्रशिक्षक मंजू शर्मा, रचना जोशी, लता व्यास ,प्रकाश परसाई ,हरिनारायण सुखवाल ,रमेश नागदा, सूर्य प्रकाश श्रीमाली, कैलाश मेनारिया का स्वागत अभिनंदन किया गया। विप्र फाउंडेशन के जयपुर में बन रहे एक्सीलेंस सेंटर के लिए कुसुम शर्मा द्वारा सहयोग हेतु एक लाख एक हजार ग्यारह रुपए की राशि का चेक भेंट किया गया। इस अवसर पर प्रसिद्ध संगीत कार एवं कई फिल्मों में अपना गाना गा चुकी श्रेया पालीवाल का विप्र फाउंडेशन के द्वारा स्वागत अभिनंदन किया गया । समापन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि रासबिहारी शरण शास्त्री ने कहा की इस प्रकार के शिविर का आयोजन करके सनातन संस्कृति और ब्रह्म कम को आगे आने वाली पीढ़ी में स्थानांतरित किया जा सकता है आने वाली पीढ़ी इनका महत्व समझे यह जरूरी है । विप्र फाउंडेशन के नवनिर्वाचित प्रदेश नरेंद्र पालीवाल ने समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि फाउंडेशन के सभी पदाधिकारी एवं सदस्य संगठन व समाज के बीच की कड़ी का काम करें और समाज को सफलता के नए-पायदान पर ले जाने का काम करें । समारोह के अध्यक्ष एवं विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय संरक्षक व पूर्व विधायक धर्म नारायण जोशी ने अपने उद्बोधन में कहा कि ब्राह्मण कभी जातिवादी नहीं रहा न हीं समाज को तोड़ने का उसने काम किया। हमारा ध्येय वाक्य ‘उन्नत समाज, समर्थ राष्ट्र’ है । हमें सफलता तभी मिलेगी जब नीतियां बनाने वाले लोगों में विप्र समाज के लोग शामिल होंगे , हमें हर एक अच्छे काम के लिए संकल्प लेना जरूरी है जिस प्रकार पदम कुमार शास्त्री ने संकल्प लिया कि जब तक मैं जीवित रहूंगा समाज सेवा करता रहूंगा । इसी प्रकार हमें भी समाज हित के लिए एक संकल्प लेना चाहिए। प्रशिक्षणर्थियों द्वारा शिविर के दौरान सीखे गए शिव तांडव स्त्रोत सहित विभिन्न मंत्रों का सस्वर वाचन किया गया।