भीलवाड़ा 15 फरवरी। राजस्थान उच्च न्यायालय किशोर न्याय समिति के अध्यक्ष न्यायाधिपति मनोज कुमार गर्ग ने बाल संरक्षण एवं महिला सुरक्षा के क्षेत्र में जमीनी स्तर पर हो रहे कार्यों की समीक्षा के लिए भीलवाड़ा का दौरा किया।
राजस्थान उच्च न्यायालय किशोर न्याय समिति के वरिष्ठ सलाहकार राकेश कुमार चौधरी ने बताया कि किशोर न्याय अधिनियम 2015 के आलोक में राजस्थान उच्च न्यायालय किशोर न्याय समिति के अध्यक्ष न्यायाधिपति मनोज कुमार गर्ग द्वारा राजस्थान के सभी जिलों में बाल संरक्षण एवं महिला सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा करने की उद्देश्य से नियमित रूप से दौरे किये जा रहे हैं।
इसी क्रम में शनिवार को भीलवाड़ा जिले में बाल अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित राजकीय सम्प्रेषण एवं किशोर गृह, सुरक्षित गृह, शिशु गृह, किशोर न्याय बोर्ड, बाल कल्याण समिति, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा अनुदानित सोना दिव्यांग पुनर्वास शोध संस्थान द्वारा संचालित सोना मंदबुद्धि विद्यालय का निरीक्षण किया एवं दिए आवश्यक दिशा निर्देश।
निरीक्षण के समय नगेन्द्र सिंह-मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, विशाल भार्गव सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, देवांगिनी औदिच्य प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट किशोर न्याय बोर्ड, सदस्य नरेश पारीक, उर्मिला सिरोठा, धर्मराज प्रतिहार सहायक निदेशक बाल अधिकारिता विभाग एवं जिला बाल सरंक्षण इकाई, गौरव सारस्वत अधीक्षक राजकीय सम्प्रेक्षण एवं किशोर गृह, नूतन शर्मा उपनिदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, कमल कुमार जैन अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष चन्द्रकला ओझा, सदस्य विनोद राव, प्रेमचंद जैन अध्यक्ष सोना दिव्यांग पुनर्वास एवं शोध संस्थान, मनवीर सिंह मीणा प्रधानाचार्य डॉ राजेश छापरवाल शिशु रोग विशेषज्ञ उपस्थित रहे।