उदयपुर, 15 मार्च। राज्यपाल कलराज मिश्र को राजभवन में बुधवार को सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के पूर्व संयुक्त निदेशक पन्नालाल मेघवाल ने अपनी राजस्थान हस्तशिल्प कलाएं (हिंदी) एवं दी हैंडीक्राफ्ट्स ऑफ राजस्थान (अंग्रेजी) पुस्तकों की प्रथम प्रतियां भेंट की। इस अवसर पर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के पूर्व अतिरिक्त निदेशक रामअवतार बुनकर एवं उपनिदेशक रामकिशन तंवर उपस्थित थे।
लेखक पन्नालाल मेघवाल ने इन पुस्तकों में पारंपरिक हस्तशिल्प कलाओं का आकर्षक छाया चित्रों के साथ शोधपूर्ण विषद विवेचन किया है। मेघवाल की हिंदी एवं अंग्रेजी की इन पुस्तकों में तारकशी, ब्ल्यू पॉटरी, लाख की कृतियां, थेवा कला, बीकानेर की उस्तां कला, अकोला की रंगाई छपाई, थर्माेकोल शिल्प, चंदन पर नक्काशी, बस्सी की काष्ठ कला, बाड़मेर की काष्ठ कला, कावड़ कला, धनुष बाण, मोलेला की मूर्तिकला, तलवाड़ा की मूर्तिकला, पाग- पागडि़यां, पेचवर्क, पेपरमेशी, टोंक के नमदे, सालावास दरी, फड चित्रकला, बेगूं की चित्रकला, कोटा डोरिया, बंधेज कला, खराद कला, ढाल तलवार एवं मेवाड़ शैली लघु चित्रकारी आदि प्रचलित पारंपरिक हस्तशिल्प कलाएं सम्मिलित हैं।
मेघवाल ने सेवानिवृत्ति के बाद राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय सम्मानित हस्तशिल्प कलाकारों से उनके घर, आंगन, चौपाल एवं गांव में उनके साथ बैठकर उनसे साक्षात्कार कर इन पुस्तकों का लेखन किया है। राजस्थान की पारंपरिक प्रचलित हस्तशिल्प कलाओं का दिग्दर्शन कराती ये दोनों पुस्तकें राजस्थान की कला एवं संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन में मील का पत्थर साबित होंगी।
राज्यपाल को राजस्थान हस्तशिल्प कलाएं व दी हैंडीक्राफ्ट्स ऑफ राजस्थान पुस्तकों की प्रथम प्रतियां भेंट
