वन विभाग के सभी प्रयास विफल, पैंथर फिर बना जानलेवा; मोर्चरी के बाहर हंगामा

सुभाष शर्मा
उदयपुर, 17 अक्टूबर: उदयपुर में गुरुवार को महाराणा भूपाल चिकित्सालय की मोर्चरी के बाहर उस समय हंगामा हो गया, जब पैंथर के हमले में अपनी जान गंवा चुकी महिला, मांगी बाई का पोस्टमार्टम होना था। इस दौरान गुस्साए समाज के लोगों ने मोर्चरी के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया और “फोरेस्ट डिपार्टमेंट हत्यारा है” के नारे लगाए।
सूचना मिलते ही उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, डीएफओ अजय चित्तौड़ा और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। मृतका के परिजन और समाज के लोग सरकार से 20 लाख रुपये के मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं की जाती, तब तक शव नहीं उठाया जाएगा। करीब दो घंटे तक वहां हंगामा होता रहा।
इसके बाद, डीएफओ अजय चित्तौड़ा ने आश्वासन दिया कि वन विभाग के नियमानुसार पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा और राज्य सरकार से मुख्यमंत्री सहायता कोष से अतिरिक्त पांच लाख रुपये दिलवाने का प्रस्ताव भेजा जाएगा। इस आश्वासन के बाद स्थिति शांत हुई, लेकिन लोग अभी भी मोर्चरी के बाहर जमा थे।
पैंथर के हमले की घटनाएं
यह पैंथर अब तक 12 लोगों की जान ले चुका है, लेकिन वन विभाग अब तक इसे पकड़ने में नाकाम रहा है। वन विभाग, पुलिस और आर्मी द्वारा चलाए गए सर्च ऑपरेशन के बावजूद पैंथर का कोई सुराग नहीं मिला है। एक अक्टूबर को राठौडों के गुड़ा क्षेत्र में पैंथर ने एक महिला पर हमला किया था, इसके बाद से ही वन विभाग और पुलिस पैंथर की तलाश में जुटे हुए हैं। हालांकि, पैंथर का मूवमेंट लगातार जारी है, और हाल ही में राठौडों के गुड़ा के करीब मदार क्षेत्र में पैंथर ने हमला किया, लेकिन इंसान पर कोई हमला नहीं हुआ। इन दिनों पैंथर ने मवेशियों पर हमला करना शुरू किया है, जिससे स्थानीय लोग दहशत में हैं और वन विभाग की विफलता को लेकर आक्रोशित भी हैं।

By Udaipurviews

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