हेल्दी लीवर अभियान के तहत हेपेटाइटिस की हो रही स्क्रीनिंग

हाई रिस्क ग्रुप को किया जा रहा लक्षित
उदयपुर 21 जुलाई। निरोगी राजस्थान के तहत जिले में हेपेटाइटिस ए यानी पीलिया रोग से बचाव, रोकथाम की जानकारी और हेपेटाइटिस के अन्य रूप की स्क्रीनिंग करने हेतु संचालित हेल्दी लिवर कैंपेन के अंतर्गत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम एक तरफ जहाँ स्कूलों और ग्राम चौपालों में जाकर आमजन को स्वच्छ पेयजल और साफ सफाई का महत्व, लीवर को स्वस्थ रखने के उपाय तथा उचित खानपान के बारे में समझा रही है, तो वहीं दूसरी ओर जेल में बंद कैदियों, गर्भवती माताओं सहित अन्य प्रकार के हाई रिस्क ग्रुप को लक्षित कर उनकी स्क्रीनिंग एवं जांच कर हेपेटाइटिस के रोगियों का पता लगा रही है ताकि समय पर उनका उपचार शुरू किया जा सके।
जेलों में बंद कैदियों की स्क्रीनिंग जारी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश खराड़ी ने बताया कि अभियान के तहत हाई रिस्क समूहों की स्क्रीनिंग के तहत हेपेटाइटिस रोगियों की पहचान हेतु जेलों में बंद कैदियों की स्क्रीनिंग एवं टेस्ट किए जा रहे है। विभाग की टीम द्वारा जेलों में बंद कैदियों की जांच के साथ साथ उनको हेपेटाइटिस के बारे जानकारी एवं काउंसलिंग भी की जा रही है। डॉ खराड़ी ने बताया की अभी तक जिले की सेंट्रल जेल एवं महिला जेल में बंद कैदियों की स्क्रीनिंग की गई है। स्क्रीनिंग के दौरान यदि किसी में हेपेटाइटिस रोग के लक्षण पाए जाते है तो उन सभी का वायरल लोड की जांच करने हेतु ब्लड सैंपल लिया जाकर प्रयोगशाला भिजवाया जायेगा जहा प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार पॉजिटिव रोगियों का उपचार शुरू किया जाएगा।
गर्भवती महिलाओं की हेपेटाइटिस जांच जरुरी
जिले की एड्स कंट्रोल टीम द्वारा औद्योगिक क्षेत्र में मजदूर समूहों की भी हेपेटाइटिस रोग हेतु जांच की जा रही है। डॉ खराड़ी ने कहा की गर्भावस्था के दौरान यदि गर्भवती महिला हेपेटाइटिस रोग से संक्रमित है तो बच्चे के इस बीमारी से ग्रसित होने का खतरा बना रहता है इसलिए जरुरी है की प्रत्येक गर्भवती महिला की एएनसी के दौरान हेपेटाइटिस की भी जांच हो जिससे नवजात शिशु को संक्रमण से बचाने के उपाय किए जा सके। इसके लिए विभाग द्वारा प्रत्येक मंगलवार और गुरुवार के दिन सभी राजकीय चिकित्सालयों में गर्भवती महिलाओं की हेपेटाइटिस रोग की जांच की जा रही है। अभियान के अंतर्गत नवजात शिशुओं को भी हेपेटाइटिस बी का टीका नियमित टीकाकरण के अंतर्गत जन्म के चौबीस घंटे के अंदर लगाया जा रहा है।

By Udaipurviews

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