उदयपुर, 03 अगस्त। निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदाता सूची के विवरण को जोडने के लिए स्वैच्छिक आधार पर मतदाताओें से आधार डेटा संग्रह करने का अभियान चलाया जा रहा है।
मुख्य आयोजना अधिकारी पुनीत शर्मा ने बताया कि उदयपुर जिले में यह अभियान जिला कलक्टर के सान्निध्य में 1 अगस्त से शुरू हो गया है। इस अभियान के तहत दो दिन के भीतर पोर्टल द्वारा 15 हजार 359 वोटर आईडी को आधार से जोड लिया गया है साथ ही गरूडा एप के माध्यम से 15 हजार 140 वोटर आईडी एवं वोटर हेल्प लाईन एप के माध्यम से जिले में 173 ऑनलाइन वोटर आईडी को आधार से जोडा गया है।
निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदाता के नाम का दोहराव और अन्य गडबडियों पर अंकुश लगाने के लिए आधार नम्बर को मतदाता पहचान पत्र से जोडा जा रहा है, उन्होने कहा कि आधार नम्बर देना स्वैच्छिक है। आधार नम्बर ना होने से ना तो मतदाता सूची से किसी का नाम काटा जाएगा और ना ही जोडने में कोई बाधा आएगी। इसके साथ ही मतदाताओं के आधार नम्बर की गोपनीयता रखी जाएगी।
शर्मा ने बताया कि मतदाता पहचान पत्र को आधार नंबर से जोडने हेतु ऑनलाइन वोटर हेल्पलाइन एप, नेशनल वोटर्स सर्विस पोर्टल के माध्यम से भी कर सकते है। इसके लिए एक नया फॉर्म 6 बी भरा जाएगा। उन्होने बताया कि जो मतदाता पहली बार अपना नाम जुडवा रहे है और उनके पास आधार कार्ड नही है तो वे मनरेगा जॉब कार्ड, बैंक या पोस्ट ऑफिस की पासबुक, पैन कार्ड, ड्राईविंग लाइसेंस, पेंशन दस्तावेज, श्रम मंत्रालय द्वारा जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, शासकीय या अर्ध शासकीय सार्वजनिक क्षैत्र द्वारा जारी परिचय पत्र, संासद, विधायक या विधान परिषद् सदस्य का परिचय पत्र, सामाजिक न्याय मंत्रालय द्वारा जारी परिचय पत्र भी प्रस्तुत कर सकते है।
निर्वाचन अधिकारी ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि उदयपुर जिले में निर्वाचन प्रक्रिया में एक सक्षम वातावरण बनाने के लिए सभी मतदाता उत्साह पूर्वक इस अभियान में भाग ले और अधिक से अधिक संख्या में आधार नम्बर मतदाता पहचान पत्र के साथ जोडे साथ ही सभी कार्यालयों, स्कूल, कॉलेज, आंगनबाडी केन्द्र, आशासहयोगिनी स्वयं और अपने परिवारजनों एवं आमजन को इस अभियान से जोड़ने का प्रयास कर इस अभियान को सफल बनाए।